Last Updated: Sunday, September 8, 2013, 15:55
नई दिल्ली : डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल, वृहद आर्थिक आंकड़ों तथा विदेशी कोषों के निवेश के रख से इस सप्ताह शेयर बाजार की दिशा तय होगी। सोमवार को गणेश चतुर्थी पर बाजार में अवकाश रहेगा। औद्योगिक उत्पादन तथा जुलाई माह के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) के आंकड़े गुरुवार को आएंगे।
बोनान्जा पोर्टफोलियो के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश गोयल ने कहा, महंगाई और आईआईपी के आंकड़े सप्ताह के दौरान आएंगे। बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। आगे चलकर 20 सितंबर को रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति आनी है, लेकिन रुपये पर दबाव को देखते हुए ब्याज दरों में कटौती की गुंजाइश काफी कम है। निवेशकों की निगाह वैश्विक समाचारों तथा बाजारों पर रहेगी। सीरिया में तनाव की वजह से कच्चे तेल कीमतों पर भी निगाह रहेगी। इन्वेंचर ग्रोथ एंड सिक्योरिटीज के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक नागजी के रीता ने कहा, बाजार के मौजूदा ढांचे को देखते हुए डॉलर रुपये की विनिमय दरों में गिरावट अनुकूल है और अब बाजार के खिलाड़ियों की निगाह कच्चे तेल की कीमतों पर रहेगी।
इस बीच, डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती जारी है। गत शुक्रवार को रुपया मजबूत होकर 65.24 प्रति डॉलर के स्तर पर पहुंच गया, जो इसका दो सप्ताह का उच्च स्तर है। बुधवार को रिजर्व बैंक के गवर्नर का पद संभालने वाले रघुराम राजन ने डॉलर का प्रवाह बढ़ाने के लिए कई उपायों की घोषणा की है। बीते सप्ताह बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 650.34 अंक की बढ़त के साथ 19,270.06 अंक पर बंद हुआ।
विश्लेषकों का कहना है कि सीरिया में तनाव, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की इसी महीने होने वाली एफओएमसी की बैठक तथा रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा की वजह से बाजार में उतार-चढ़ाव रहेगा। इस तरह की भी अटकलें हैं कि सरकार डीजल के दाम बढ़ा सकती है। इस बीच, शुक्रवार को आए अमेरिकी रोजगार बाजार के आंकड़े उम्मीद से नीचे रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, September 8, 2013, 15:55