रुपये और महंगाई से चिंतित RBI ने नहीं घटाई ब्याज दरें -RBI keeps key rates unchanged

रुपये और महंगाई से चिंतित RBI ने नहीं घटाई ब्याज दरें

रुपये और महंगाई से चिंतित RBI ने नहीं घटाई ब्याज दरेंमुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सोमवार को नकद आरक्षी अनुपात (सीआरआर) और रेपो रेट सहित मुख्य नीतिगत दरों में किसी तरह का परिवर्तन नहीं करते हुए कहा कि रुपये के कमजोर होने से मुद्रास्फीति का खतरा बढ़ गया है।

वित्त वर्ष 2013-14 के लिए मौद्रिक नीति की मध्य-तिमाही समीक्षा में रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया, जो फिलहाल 7.25 फीसदी है। रिवर्स रेपो रेट 6.25 फीसदी है। नकद आरक्षी अनुपात में भी कोई बदलाव नहीं हुआ है और यह चार फीसदी है।

रिजर्व बैंक के गवर्नर डी सुब्बाराव ने यहां समीक्षा पेश करते हुए कहा कि मौद्रिक नीति का ताजा रख आर्थिक वृद्धि और मुद्रास्फीति के बीच इस समय उभर रहे पारस्परिक प्रभाव , जोखिम के संतुलन के अलावा बाह्य क्षेत्र के हाल के घटनाक्रमों के आधार पर तय किया गया है।

उन्होंने विशेष रूप से अमेरिकी फेडरल रिजर्व के प्रोत्साहन पैकेज को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने के फैसले का जिक्र किया। फेडरल रिजर्व की ओर से 22 मई को की गई इस घोषणा के बाद भारत सहित अन्य उभरते बाजारों से धन की निकासी शुरू हो गई थी और इससे विदेशी मुद्रा बाजार में डलर के समक्ष रुपया नीचे आ गया है। चालू खाते का घाटा पहले ही चिंता का विषय बना हुआ है। दिसंबर तिमाही में चालू खाते का घाटा सकल घरेलू उत्पाद के रिकार्ड स्तर 6.7 प्रतिशत पर पहुंच गया था।

रिजर्व बैंक ने कहा है कि चालू खाते के घाटे को कम कर इसे संभालने लायक स्तर तक सीमित करने के लिए निकट भविष्य की चुनौती है कि इस घाटे की भरपायी संतुलित विदेशी मुद्रा प्रवाह के जरिये हो सके। इस साल 1 जनवरी के बाद से रुपया अमेरिकी डालर के समक्ष 5.8 प्रतिशत नीचे आ चुका है। पिछले सप्ताह यह कारोबार के दौरान 58.98 प्रति डालर के ऐतिहासिक न्यूनतम स्तर तक चला गया था। सुबह के कारोबार में रुपया 57.84 प्रति डालर पर चल रहा था। हालांकि महंगाई की दर में टिकाउ या स्थायी गिरावट से ही मौद्रिक रख को नरम करने का रास्ता खुला सकता है।

रिजर्व बैंक द्वारा यथास्थिति कायम रखने से बाजार की ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों को झटका लगा है। इससे पिछली तीन मौद्रिक नीति घोषणाओं में केंद्रीय बैंक रेपो दरों में 0.75 प्रतिशत की कटौती कर चुका है। मौद्रिक नीति की घोषणा के बाद बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 83 अंक की गिरावट के साथ 19,095 अंक पर आ गया। (एजेंसी)

First Published: Monday, June 17, 2013, 09:23

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