Last Updated: Friday, August 23, 2013, 00:50

मुंबई: देश की मुद्रा रुपया के डॉलर के मुकाबले लगातार फिसलते हुए गुरुवार को 65 के स्तर से नीचे चले जाने के बीच वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है, रुपये में शीघ्र ही स्थिरता आएगी। चिदंबरम ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है। हमें पूरा विश्वास है कि जल्द ही बाजार में स्थिरता आएगी।
वित्त मंत्री ने कहा कि मुद्रा बाजार में अस्थिरता को स्वीकार नहीं किया जा सकता है और सरकार स्थिति में सुधार लाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि हम मुद्रा का कोई विशेष स्तर निश्चित करने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। हम स्थिर मुद्रा चाहते हैं। रुपया आज जरूरत से ज्यादा नीचे चला गया है।
अंतर बैंक विदेशी मुद्रा बाजार में यहां रुपये ने पिछले दिन के बंद स्तर से 2.2 फीसदी गिरावट दर्ज करते हुए डॉलर के मुकाबले 65.56 का नया ऐतिहासिक निचला स्तर छू लिया। बुधवार को रुपये ने 64.54 का रिकार्ड निचला स्तर छुआ था। बाद में रुपया थोड़ा संभल कर दैनिक सत्र की समाप्ति पर 64.55 पर पहुंच गया। जो पिछले दिन के बंद स्तर 64.11 से 44 पैसे कमजोर था।
चिदंबरम ने कहा कि वैश्विक कारणों से भारतीय बाजार प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि सभी उभरते बाजारों में विदेशी मुद्रा की अस्थिरता देखी जा रही है। भारतीय रिजर्व बैंक और सरकार द्वारा हाल में उठाए कदमों के बारें में उन्होंने कहा कि सरकार पूंजी नियंत्रण नहीं लगाना चाहती है और स्थिति ठीक होने पर नीति में बदलाव किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार चालू खाता घाटा को 70 अरब डॉलर से कम रखने में सफल रहेगी और दूसरी तिमाही से विकास दर बढ़ेगी। मंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया में फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) की अध्यक्ष नैना लाल किदवई ने कहा कि आने वाले समय में विकास पर ध्यान दिये जाने वाला बयान उत्साहवर्धक है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 22, 2013, 17:46