Last Updated: Tuesday, August 27, 2013, 23:55
नई दिल्ली : रेलवे ने ईंधन लागत बढ़ने के चलते एक अक्तूबर से माल ढुलाई भाड़ा की दरें बढ़ाने की तैयारी की है। हालांकि, यात्री किराये से छेड़छाड़ नहीं की जाएगी। यह जानकारी रेल राज्यमंत्री अधीर रंजन चौधरी ने मंगलवार को दी।
हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि माल ढुलाई भाड़े में कितनी वृद्धि की जाएगी। चौधरी ने कहा कि छह महीने बाद ईंधन समायोजन घटक (एफएसी) की समीक्षा करना बजट प्रस्ताव है।
यहां एक सम्मेलन के दौरान उन्होंने कहा, ‘शुल्क वृद्धि पहले ही की जा चुकी है। बजट प्रस्ताव के मुताबिक, यह अक्तूबर में फिर बढ़ाया जाएगा।’ उल्लेखनीय है कि रेलवे ने एक अप्रैल को एफएसी को माल ढुलाई भाड़े में जोड़ते हुए माल ढुलाई भाड़ा की दर में 5.7 प्रतिशत की वृद्धि की थी। एफएसी ईंधन और उर्जा की कीमतों से संबद्ध हो चुका है और माल ढुलाई भाड़े की गणना इसी के मुताबिक की जाती है।
यह पूछे जाने पर कि क्या यात्री किराए में वृद्धि पर भी विचार किया जाएगा, चौधरी ने इसका जवाब ना में दिया।
चौधरी ने कहा, ‘यह एक गतिशील तरीके से होगा। यदि कच्चे तेल की वैश्विक कीमतें घटती हैं तो माल ढुलाई भाड़ा भी घटेगा। रुपया की विनिमय दर एवं मौजूदा परिदृश्य काफी उतार-चढ़ाव भरा है। यह हम सभी के लिए चिंता का विषय है।’
रेलवे अभी रेल भाड़ा प्राधिकरण (आरटीए) के गठन की प्रक्रिया में है जिसके लिए उसे इसी महीने मंत्रिमंडल की मंजूरी मिली है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, August 27, 2013, 23:55