रोजगार की आउटसोर्सिग का विरोध जायज : अमेरिका

रोजगार की आउटसोर्सिग का विरोध जायज : अमेरिका

वाशिंगटन : अमेरिकी प्रशासन ने अपने देश से भारत को हो रही रोजगार की आउटसोर्सिग के खिलाफ उठ रहे स्वर को जायज बताया है। साथ ही ओबामा प्रशासन ने नई दिल्ली के साथ मजबूत रणनीतिक रिश्ता बनाने के प्रयास को भी उचित बताया है।

अमेरिकी विदेश विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को विदेशी मीडिया से कहा, अपनी अर्थव्यवस्था को वापस पटरी पर लाना अमेरिका के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और हम अमेरिकी कारोबार और अमेरिकी रोजगार को बढ़ावा देने के अवसर तलाश रहे हैं।

सार्वजनिक मामलों के सहायक मंत्री, माइक हैमर ने कहा, अमेरिकी व्यापार और रोजगार को बढ़ावा देने के उपाय के रूप में हम मुक्त व्यापार अवसरों को आगे बढ़ाने और भारत जैसे देश के साथ महत्वपूर्ण व्यापारिक रिश्ता बनाने के लिए हमेशा प्रयासरत हैं। मैं सोचता हूं कि यह रिश्ता दोनों देशों के लिए लाभदायक हो सकता है।

हैमर ने कहा, और मुख्य बात यहां अवरोधों को कम करने, एक स्वतंत्र एवं निष्पक्ष अवसर सुनिश्चित कराने की है ताकि दोनों देश दोबारा प्रतिस्पर्धा कर सकें और इस बारे में मंथन कर सकें कि किस तरह आर्थिक विकास व व्यापार के अवसरों को बेहतर तरीके से आगे बढ़ाया जा सकता है।

हैमर ने कहा, हमारे प्रयास का केंद्र यही है। इसलिए मैं इसमें कोई बुराई नहीं देखता।

हैमर ने कहा, हमारे प्रयास आर्थिक विकास पैदा करने पर केंद्रित हैं और आर्थिक विकास अवसर मुहैया कराता है, क्योंकि जब भारत में विकास होता है तो वह अमेरिकी उत्पादों के लिए बाजार पैदा करता है।

इसके पहले व्हाइट हाउस में काम कर चुके हैमर ने कहा कि वह पिछले तीन वर्षो के दौरान अमेरिका-भारत सम्बंधों के विकास को लेकर बहुत सकारात्मक रहे हैं। बल्कि दोनों देशों के सम्बंधों के विकास की शुरुआत बिल क्लिंटन प्रशासन के समय से ही हो गई थी, जो जॉर्ज बुश प्रशासन के समय भी जारी रहा।

उन्होंने कहा, लेकिन राष्ट्रपति ओबामा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ एक बहुत ही शानदार रिश्ता बनाया, जिसके बारे में आपको पता ही है। (एजेंसी)

First Published: Saturday, July 28, 2012, 14:07

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