Last Updated: Thursday, May 2, 2013, 19:13

मुंबई : रिजर्व बैंक की वार्षिक मौद्रिक नीति की घोषणा के एक दिन पहले आज शेयर बाजारों में विदेशी कोषों द्वारा रीयल एस्टेट और बैंकिंग शेयर में जोरदार लिवाली किए जाने से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 232 अंक उछलकर तीन महीने के उच्च स्तर पर बंद हुआ।
उम्मीद है कि रिजर्व बैंक वाणिज्यिक बैंकों के धन की लागत कम कर बाजार में कर्ज सस्ता करने के नीतिगत कदम उठा सकता है और इससे उद्योग धंधा तेज होगा। कर्ज सस्ता होने की प्रत्याशा में खास कर बैंकों और वित्तीय कंपनियों के शेयरों की पूछ बढ गयी थी। सेंसेक्स कुल मिलाकर 231.59 अंक की बढ़त के साथ 19,735.77 अंक पर बंद हुआ। इससे पहले सेंसेक्स ने यह स्तर फरवरी में देखा था। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी कारोबार के दौरान 6,000 का मनोवैज्ञानिक स्तर छू गया। हालांकि, यह 69.15 अंक उपर 5,999.35 अंक पर बंद हुआ।
ब्रोकरों ने कहा कि वैश्विक बाजारों में जिंसों के घटते दाम और मुद्रास्फीति में नरमी के रख से रिजर्व बैंक के लिए दरों में कटौती करने की गुंजाइश बनी है जिससे कारोबारी धारणा मजबूत हुई। उन्होंने कहा कि वित्तीय क्षेत्र के शेयरों में लिवाली से एसबीआई, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर बढ़त लेकर बंद हुए। (एजेंसी)
First Published: Thursday, May 2, 2013, 19:13