विदेशी मुद्रा बाजार में अस्थिरता सबसे बड़ी चिंता : मनमोहन सिंह

विदेशी मुद्रा बाजार में अस्थिरता सबसे बड़ी चिंता : मनमोहन सिंह

विदेशी मुद्रा बाजार में अस्थिरता सबसे बड़ी चिंता : मनमोहन सिंहनई दिल्ली: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को उद्योग जगत को आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए कदम उठा रही है। औद्योगिक संस्था, एसोचैम की वार्षिक आम बैठक को सम्बोधित करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि मुझे मालूम है कि अर्थव्यवस्था में मंदी के कारण उद्योग जगत बेहद चिंतित है।

उन्होंने कहा कि अगर स्थितियां ठीक नहीं चलतीं, जैसा कि अभी लग रहा है, तो यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह आगे बढ़कर इस दिशा में कदम उठाए। सबसे बड़ी चिंता विदेशी मुद्रा की अस्थिरता को लेकर है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि बाजार से बड़ी मात्रा में मुद्रा के प्रवाह के कारण यह स्थिति पैदा हुई है, जिससे रुपये का अवमूल्यन हुआ है। उन्होंने कहा कि हम मांग एवं आपूर्ति दोनों तरफ से चालू खाता घाटे को कम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

देश के चालू खाता घाटा का जिक्र करते हुए, जो वित्त वर्ष 2012-13 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 4.7 प्रतिशत है, प्रधानमंत्री ने कहा कि इसे 2.5 फीसदी तक लाना संभव है, लेकिन यह एक साल में नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि यह वित्त वर्ष 2013-14 के दौरान कुछ हद तक कम हो सकता है। (एजेंसी)

First Published: Friday, July 19, 2013, 11:05

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