Last Updated: Wednesday, February 27, 2013, 21:12

नई दिल्ली : केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम (सीपीएसई) उद्योग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। 31 मार्च, 2012 तक विभिन्न मंत्रालयों/विभागों के प्रशासन के अंतर्गत 260 केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम थे। जिसमें से 225 परिचालित स्थिति में थे और 35 निमार्णाधीन थे।
सरकार ने विनिवेश के माध्यम से 40 हजार करोड़ रुपये हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया है और 13854 करोड़ रुपये सरकार हासिल कर चुकी है। औद्योगिक सार्वजनिक उद्योगों का कुल सार्वजनिक उद्यमों में हिस्सेदारी इस वर्ष तक 77.46 प्रतिशत थी। 2011-12 में सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों में खनन क्षेत्र में सर्वाधिक शुद्ध लाभ (29.45 प्रतिशत) दर्ज किया गया।
विनिर्माण के क्षेत्र में सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के शुद्ध मुनाफे में 2011-12 की 27.73 प्रतिशत के मुकाबले 22.65 की रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई। विद्युत क्षेत्र में 16 प्रतिशत टर्न ओवर की वृद्धि और 13.42 प्रतिशत का लाभ देखा गया। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 27, 2013, 21:12