विमान उद्योग में नहीं बढ़ेगी विदेशी निवेश की सीमा

विमान उद्योग में नहीं बढ़ेगी विदेशी निवेश की सीमा

विमान उद्योग में नहीं बढ़ेगी विदेशी निवेश की सीमा हैदराबाद : सरकार ने नागर विमान सेवा उद्योग की कंपनियों में विदेशी हिस्सेदारी की सीमा 49 प्रतिशत से उपर किए जाने की संभावना से इन्कार किया है।

नागर विमान मंत्री अजित सिंह ने रविववार को यहां संवाददाताओं से कहा कि उन्हें इस क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा 49 प्रतिशत से ऊपर किए जाने की संभावना नहीं लगती।

सिंह ने इस संभावना के बारे में पूछे जाने पर कहा, मुझे नहीं लगता। कारण है कि 1934 के नागर विमानन अधिनियम के अनुसार प्रबंधन किसी भारतीय के हाथ में ही रखना होगा और आधे से अधिक निदेशक भी भारतीय ही रहेंगे।

उन्होंने कहा कि लोगों की जो भी चिंता हो, यह सरकार ही होगी जो तय करेगी कि कौन किस मार्ग पर उड़ेगा, सरकार ही तय करेगी कि वे किस समय उड़ेगे और कहां की उड़ान पर जाएंगे।

भारत में विमानन कंपनियों में 49 प्रतिशत तक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की छूट है पर अभी कोई विदेशी विमानन कंपनी भारतीय एयरलाइन क्षेत्र में हिस्सेदारी हासिल नहीं कर सकती।

अजित सिंह ने भारतीय विमानन कंपनियों के समक्ष पूंजी की तंगी का भी जिक्र किया। (एजेंसी)

First Published: Sunday, June 17, 2012, 23:17

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