Last Updated: Sunday, February 17, 2013, 18:06
मुंबई : घरेलू विमानन उद्योग मध्यम अवधि यानी अगले कुछ साल में 11 फीसद की दर से वृद्धि दर्ज करेगा, क्योंकि समय के साथ होने वाले चक्रीय बदलाव उद्योग के लिये अब ज्यादा प्रतिकूल नहीं दिखते हैं। रेटिंग एजेंसी इक्रा की रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है।
पिछले पांच साल में घरेलू विमानन उद्योग की सकल सालाना वृद्धि 10 प्रतिशत से कम रही है। रिपोर्ट में हालांकि, कहा गया है कि निकट भविष्य में दबाव कायम रहेगा।
इसमें कहा गया है लेकिन खर्च करने योग्य आमदनी में बढ़ोतरी तथा हवाई यात्रा पर खर्च करने की इच्छा बढ़ने से यह क्षेत्र विकास करेगा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यात्रा की उंची लागत तथा अर्थव्यवस्था में सुस्ती से मौजूदा वर्ष के दौरान विमानन क्षेत्र प्रभावित हुआ है। पिछले पांच साल में विमानन क्षेत्र की सालाना वृद्धि दर औसतन 9.2 फीसद रही है।
एजेंसी के अनुसार, कई वर्ष तक क्षमता विस्तार में उल्लेखनीय वृद्धि के बाद चालू वित्त वर्ष में क्षमता विस्तार में कमी आई है। इसकी मुख्य वजह किंगफिशर एयरलाइंस की उड़ानें ठप होना तथा अन्य विमानन कंपनियांे द्वारा रूट को तर्कसंगत बनाना है।
इसमें यह भी कहा गया है कि सरकार की तरफ से विदेशी एयरलाइंस को घरेलू विमानन कंपनियों में 49 प्रतिशत तक निवेश की अनुमति दिये जाने से क्षेत्र में सुधार का रुख बना है। घरेलू एयरलाइंस कंपनियों ने अपनी लागत कम करने के भी कई उपाय किये हैं, इन उपायों से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के उंचे दाम और मुद्रा विनिमय के उतार चढ़ाव जेसी प्रतिकूल परिस्थितियों से निपटने में मदद मिलेगी। (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 17, 2013, 18:06