Last Updated: Tuesday, April 17, 2012, 09:35
नई दिल्ली : घरेलू विमानन कंपनियों में विदेशी विमानन कंपनियों को हिस्सेदारी खरीदने की मंजूरी देने के प्रस्ताव पर मंत्रिमंडल में विचार होने से पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह वरिष्ठ मंत्रियों से परामर्श कर सकते है ताकि विवादास्पद मामलों पर सहमति बन सके।
सूत्रों ने अनुसार, ‘औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (डीआईपीपी) ने कैबिनेट बैठक में पेश करने के लिये अंतिम नोट भेजा है। इधर, प्रधानमंत्री इस संबंध में वित्त, वाणिज्य और गृह मंत्रियों के साथ परामर्श कर सकते हैं। इसके अलावा वह रेल मंत्री मुकुल राय से भी परामर्श कर सकते हैं जो तृणमूल कांग्रेस से हैं और पार्टी संप्रग सरकार की प्रमुख सहयोगी है।’
बंगाल की मुख्य मंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने ही सरकार को बहु-ब्रांड खुदरा कारोबार में 51 फीसद प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के फैसले को वापस लेने पर मजबूर किया था। वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने अपने बजट भाषण में कहा था कि सरकार विदेशी विमानन कंपनियों को हवाई यातायात में 49 फीसद तक हिस्सेदारी खरीदने की मंजूरी देने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है।
फिलहाल भारत में ऐसे विदेशी निवेशकों को घरेलू विमानन कंपनियों में 49 फीसद तक की हिस्सेदारी खरीदने की मंजूरी है जो किसी भी तरह से विमानन कारोबार से जुड़े नहीं हैं। लेकिन विदेशी विमानन कंपनियों को इस क्षेत्र में निवेश की मंजूरी नहीं है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 17, 2012, 15:08