Last Updated: Wednesday, June 26, 2013, 20:07
नई दिल्ली : ब्रिटेन ने बुधवार को कहा कि ब्रिटिश वीजा हासिल करने के लिए 2.75 लाख रुपये के नए नकद बांड के बारे में कोई अंतिम निर्णय नहीं किया गया है जिसे वे प्रायोगिक योजना के तौर पर चलाना चाहते हैं। ब्रिटेन की यह सफाई भारत द्वारा इस प्रस्तावित कदम का कड़ा विरोध करने के एक दिन बाद आई है।
ब्रिटिश उच्चायोग में प्रेस एवं संपर्क निदेशक मार्कस विन्सले ने ध्यान दिलाया कि ब्रिटेन ‘होनहार एवं सर्वोत्तम’ चाहता है ताकि रोजगार सृजित करने और विकास में मदद मिल सके। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन आव्रजन के दुरूपयोग से निबटने को लेकर प्रतिबद्ध है तथा वह विभिन्न विकल्पों पर गौर कर रहा है।
उन्होंने कहा कि इनमें से एक विकल्प वित्तीय बांड है। सरकार की मंशा इस तरह के बांड के लिए प्रायोगिक योजना शुरू करने की है जो कम संख्या वाले वीजा आवेदकों के प्रति पूरी तरह से लक्षित होगी जिनके बारे में निर्धारित समय से अधिक रुकने का खतरा अधिक होने का आकलन है। मार्कस ने कहा कि लेकिन यह प्रायोगिक योजना व्यवहार में कैसे आयेगी इस बारे में कोई निर्णय नहीं किया गया है। ऐसी किसी भी योजना को इस तरह से बनाया जायेगा कि वह ब्रिटेन की व्यापार, छात्रों एवं पर्यटकों के लिए खुला रहने की मंशा के खिलाफ नहीं जाए। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, June 26, 2013, 20:07