Last Updated: Sunday, September 9, 2012, 14:35

नई दिल्ली : भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनियां वेतन देने के मामले में दुनिया में 10 सबसे फिसड्डी नियोक्ताओं में आती हैं। यहां मध्यम से वरिष्ठ स्तर के कर्मचारियों को सालाना 38,767 डॉलर (लगभग 21.5 लाख रुपए) का औसत वेतन दिया जाता है, जो स्विट्जरलैंड की आईटी कंपनियों की तुलना में एक-चौथाई से भी कम है।
वैश्विक स्तर पर स्विट्जरलैंड की आईटी कंपनियां वेतन देने के मामले में सबसे आगे हैं।
वैश्विक नियुक्ति सेवा प्रदाता कंपनी माईहाइरिंगक्लब.कॉम द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, आईटी क्षेत्र में सबसे ज्यादा वेतन स्विट्जरलैंड की कंपनियां देती हैं। स्विट्जरलैंड में आईटी कंपनियां अपने कर्मचारियों को सालाना औसतन 1,68,211 डॉलर (लगभग 93 लाख रुपए) का वेतन देती हैं।
अध्ययन के अनुसार, वैश्विक स्तर पर सबसे खराब वेतन देने वाली कंपनियों की सूची में भारत का स्थान आठवां है।
यह अध्ययन इस साल अगस्त में किया गया। इसमें भारत और दुनिया के अन्य देशों की आईटी कंपनियों में कार्यरत ऐसे कर्मचारियों के वेतन का विश्लेषण किया गया जिन्हें चार साल या अधिक का अनुभव है।
रिपोर्ट में दुनिया के 40 देशों की 6,000 से ज्यादा कंपनियों के कर्मचारियों के नकद वेतन और अन्य भत्तों का विश्लेषण किया गया।
रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिमी यूरोप की आईटी कंपनियां वेतन देने के मामले में सबसे बेहतर हैं।
माईहाईरिंगक्लब.काम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी राजेश कुमार ने कहा, हालांकि एशिया और पूर्वी यूरोप में वेतन कम है। कंपनियों के लिए इन क्षेत्रों में आईटी प्रबंधक की भूमिका को आउटसोर्स करना कठिन है। इसके उलट हम देखते हैं कि कम वेतन देने वाले देशों से आईटी प्रतिभाएं पश्चिमी यूरोप और उत्तरी अमेरिका को स्थानांतरित हो रही हैं।
रिपोर्ट में एक और दिलचस्प तथ्य यह सामने आया है कि भारत में आईटी प्रबंधकों की स्थिति पड़ोसी चीन की तुलना में बेहतर है। चीन में आईटी क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारियों का सालाना औसत वेतन भारत से कम यानी 38,624 डॉलर है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, September 9, 2012, 14:35