Last Updated: Thursday, May 3, 2012, 09:45
मनीला: एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने कहा है कि अमेरिका में आर्थिक पुनरूद्धार की धीमी गति के मद्देनजर यूरोप में वित्तीय संकट गहरा सकता है। इस लिहाज से यह साल वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिये महत्वपूर्ण होगा लेकिन एशियाई देशों को समस्याओं से स्वयं को बचाने के लिये दीर्घकालीन ढांचागत सुधार जारी रखना होगा।
एडीबी के अध्यक्ष हारूहिको कुरोदा ने गवर्नर के सेमिनार में आज कहा, ‘एशियाई देशों को झटकों से निपटने के लिये वृहत आर्थिक तत्वों को निरंतर मजबूत बनाना होगा, साथ ही हमें क्षेत्र के दीर्घकालीन विकास लक्ष्यों पर फिर से ध्यान देने की जरूरत है।’
उन्होंने कहा, ‘लोगों के कल्याण को आगे बढ़ाने तथा गरीबी कम करने के लिये अर्थव्यवस्था में निरंतर सुधार प्रमुख चुनौती है।’ सेमिनार में पेश एडीबी रिपोर्ट के अनुसार यूरोप में वित्तीय संकट बढ़ने की आशंका तथा अमेरिका में आर्थिक पुनरूद्धार को लेकर चिंता बनी हुई है। इसे देखते हुए यह साल वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिये महत्वपूर्ण हो सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार विकसित देशों की समस्याओं को देखते हुए एशिया में सतत तथा युक्तिसंगत वृद्धि के लिये क्षेत्र को अपने वृद्धि माडल में सुधार करते रहना होगा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक आर्थिक संकट एशिया को नींद से जगाने वाला है और नीति निर्माताओं को मौजूदा वैश्विक संकट तथा कुल मिलाकर ढांचागत सुधार के मद्देनजर स्वयं को वाह्य संकट से बचाने के लिये उपाय करने होंगे।
रिपोर्ट के अनुसार वित्तीय संकट तथा विकसित देशों से कमजोर निर्यात मांग को देखते हुए एशिया की दीर्घकालीन समृद्धि घरेलू तथा क्षेत्रीय बाजारों के साथ लातिन अमेरिका तथा अफ्रीका के साथ संबंध विस्तार पर निर्भर है।
एडीबी बैंक के बोर्ड आफ गवर्नर की 45वीं सालाना बैठक आयोजित कर रहा है। बैठक में वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी भाग लेंगे। इसमें वैश्विक आर्थिक समस्याओं के साथ उससे निपटने के उपायों तथा आर्थिक वृद्धि को गति देने एवं कामकाज में सुधार के उपायों पर विचार किया जाएगा।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, May 3, 2012, 15:16