Last Updated: Sunday, November 18, 2012, 11:03

नई दिल्ली : देश और विदेश में वृहद आर्थिक परिदृश्य को लेकर चिंता और गहराने से रुपया एक बार फिर से फिसलकर 55 प्रति डालर से नीचे चला गया। पिछले 30 दिनों में अन्य वैश्विक मुद्राओं की तुलना में रुपये में सबसे ज्यादा गिरावट आई।
शुक्रवार को रुपया गिरकर 55.16 प्रति डालर पर आ गया था। एक माह पहले यह 52.88 प्रति डालर पर था। इस तरह एक महीने में रुपए में 4.2 प्रतिशत की गिरावट आई। एशिया, अमेरिकी क्षेत्र, यूरोप, पश्चिम एशिया तथा अफ्रीका की 25 प्रमुख मुद्राओं में यह डालर के मुकाबले सबसे बड़ी गिरावट है। इससे पहले 22 जून को रुपया 57.12 प्रति डालर के अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ था। इसी साल फरवरी में रुपया मजबूत होकर 49 प्रति डालर के स्तर पर पहुंचा था।
एशिया में रुपए के बाद सबसे ज्यादा 2.9 प्रतिशत की गिरावट जापानी येन में आई। अन्य एशियाई मुद्राओं में सिंगापुरी डालर एक माह में 0.66 प्रतिशत फिसला। मलेशिया के रिंगिट में 0.6 प्रतिशत और इंडोनेशिया के रुपये में 0.42 प्रतिशत की गिरावट आई। वहीं दूसरी ओर चीन के युआन में इस दौरान डालर के मुकाबले 0.45 प्रतिशत की बढ़त रही। वहीं इसी अवधि में आस्ट्रेलियाई डालर 0.37 प्रतिशत मजबूत हुआ।
धनलक्ष्मी बैंक के कार्यकारी उपाध्यक्ष (ट्रेजरी) श्रीनिवास राघवन ने कहा, ‘हाल के आर्थिक आंकड़े मसलन निर्यात, आयात, भुगतान संतुलन और राजकोषीय घाटा सभी खराब हैं। विदेशी संस्थागत निवेशक शेयर बाजारों से पैसा निकाल रहे हैं। अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता भी रुपये की स्थिति प्रभावित हुई है। इन सभी कारकों से रुपये नीचे आया है।’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, November 18, 2012, 11:03