Last Updated: Wednesday, December 19, 2012, 15:33
न्यूयॉर्क : भारत बहुब्रांड खुदरा बाजार को खुलवाने के लिए अमेरिकी सांसदों की लाबिंग पर करोड़ों डालर का खर्च करने मामला प्रकाशित होने के बाद विवाद में घिरी कंपनी वॉलमार्ट को लेकर नई विवादास्तद बातें सामने आयी है और उस पर जांच का घेरा और कस रहा है।
अमेरिकी मीडिया की ताजा रपटों में कहा गया है कि इस बहुराष्ट्रीय अमेरिकी निगम ने मेक्सिको में अपनी दुकाने शुरू करने के लिए वहां के अधिकारियों की जेबें गरम कीं। न्यूयॉर्क टाइम्स ने खुद जांच पड़ताल के बाद रपट दी है कि मैक्सिको में वॉलमार्ट की सहायक कंपनी वॉलमार्ट डी मेक्सिको वहां भ्रष्ट संस्कृति की शिकार थी और उसने न केवल सामान्य काम को शीघ्रता से कराने के लिए रिश्वत का सहारा लिया बल्कि, ‘वॉलमार्ट डी मैक्सिको ने जमकर और बड़ी चालबाजी से भ्रष्टाचार फैलाया। कंपनी ने वहां कानूनी तौर पर प्रतिबंधित कामों को करवाने के लिए भारी रिश्वत दी।’
खबर में कहा गया कि वॉलमार्ट की मेक्सिको इकाई ने वहां सुरक्षित भवन निमाण के अधिनियमों में बदलाव करवाने के लिए लोकतांत्रिक शासन पद्धति को, जिसमें जनमत, खुली बहस, पारदर्शी प्रक्रिया अपनायी जाती है, धता बताने के लिए रिश्वत का सहारा लिया। अखबार की रपट के मुताबिक कंपनी ने अपने प्रतिस्पर्धियों को बाजार से बाहर रखने के लिए भी रिश्वत दी। यह खबर उस वक्त आई है जबकि भारत में प्रवेश के लिए वॉलमार्ट के लाबिंग पर खर्च को लेकर शोर मच रहा है।
इधर, अमेरिकी कानून विभाग और प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग (सेक) भी विदेश में कारोबार के लिए भ्रष्ट तरीके अपनाने पर अंकुश के लिए बने अमेरिकी कानूनों के तहत वॉलमार्ट कंपनी की जांच कर रहा है। इस कानून के तहत अमेरिकी कंपनियों या इसकी सहयोगी इकाइयों को विदेशी अधिकारियों को रिश्वत देने पर पाबंदी है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 19, 2012, 15:33