‘वोडाफोन ने सलाह को नजरअंदाज किया था’ - Zee News हिंदी

‘वोडाफोन ने सलाह को नजरअंदाज किया था’



नई दिल्ली : वित्त मंत्रालय ने कहा है कि ब्रिटेन की दूरसंचार कंपनी वोडाफोन ने भारतीय दूरसंचार कंपनी हचिसन एस्सार में एचिसन की हिस्सेदारी खरीदते समय आयकर विभाग की सलाह को नजरअंदाज किया था। आयकर विभाग ने उस समय वोडाफोन को बताया था कि उसका यह अधिग्रहण सौदा भारत में कर योग्य है।

 

वोडाफोन समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विट्टारियो कोलाओ ने भारत द्वारा पिछली तारीख से कर कानून में संशोधन के मसले पर कल वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी से मुलाकात कर अपनी चिंता जताई थी। उसके बाद आज वित्त मंत्रालय का यह बयान आया है। वित्त मंत्रालय की कर संग्रहण इकाई केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कहा कि वोडाफोन यह नहीं कह सकती कि उसे इस सौदे पर भारत में कर लगने के बारे में नहीं बताया गया था। उसने इस सलाह को नजरअंदाज किया था। उसे कहा गया था कि वह खुद या हचिसन टेलीकम्युनिकेशन इंटरनेशनल लि. भारत में कर देनदारी के बारे में आकलन अधिकारी से संपर्क करें।

 

एचिसन एस्सार लि. में 66.98 प्रतिशत हिस्सेदारी बिक्री के बारे में पहला नोटिस 15 मार्च, 2007 को भेजा गया था। इस नोटिस में कंपनी से एचटीआईएल और वोडाफोन समूह के बीच हुए लेनदेन के बारे में कुछ ब्यौरा मांगा गया था। सीबीडीटी ने कहा कि उसके बाद एक और नोटिस एचटीआईएल को भेजा गया जिसमें कहा गया कि पूंजीगत प्राप्ति पर भारत में कर लगेगा। यदि पक्षों की इस पर अलग राय बनती है, तो वे आकलन अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।

(एजेंसी)

First Published: Thursday, May 3, 2012, 00:29

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