Last Updated: Monday, April 1, 2013, 14:13
नई दिल्ली : देश में फरवरी में व्यस्त समय में बिजली की स्थिति में सुधार हुआ है। केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) के अनुसार, आंध्र प्रदेश, केरल, गुजरात तथा छत्तीसगढ़ में स्थिति में सुधार से फरवरी में व्यस्त समय में बिजली की कमी घटकर 7.9 प्रतिशत रह गई है, जो जनवरी में 11.4 फीसद थी।
आंकड़ों के अनुसार, फरवरी में व्यस्त समय में बिजली की मांग 1,26,439 मेगावाट की रही, जबकि आपूर्ति 1,16,495 मेगावाट की हुई। जनवरी में मांग 1,32,948 मेगावाट और आपूर्ति 1,17,790 मेगावाट रही थी।
सीईए ने कहा है कि बिजली संकट वाले दक्षिण के क्षेत्रांे में बिजली की स्थिति में सुधार हुआ है। दक्षिणी क्षेत्र में आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु आते हैं। सीईए के आंकड़ांे के अनुसार जनवरी में इन क्षेत्रों में व्यस्त समय में बिजली की कमी 20.4 प्रतिशत यानी 7,620 मेगावाट थी, जो फरवरी में घटकर 13.1 फीसद यानी 4,712 मेगावाट रह गई।
छत्तीसगढ़, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, दमन एवं दीव, दादरा एवं नागर हवेली तथा गोवा मं जनवरी में बिजली की कमी 5.8 प्रतिशत यानी 2,313 मेगावाट की थी, जो फरवरी में घटकर 2.6 फीसद यानी 961 मेगावाट रह गई। जारी
पूर्वोत्तर क्षेत्र यानी असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड तथा त्रिपुरा में फरवरी में व्यस्त समय में बिजली की कमी घटकर 4.6 फीसद रह गई, जो जनवरी में 6.6 प्रतिशत थी। इसी तरह उत्तरी क्षेत्र पंजाब, हरियाणा, राजस्थान तथा हिमाचल प्रदेश में बिजली की कमी फरवरी में 9.3 फीसद रही, जो जनवरी में 10.9 प्रतिशत थी।
वहीं पूर्वी क्षेत्र ...बिहार, पश्चिम बंगाल, ओड़िशा, सिक्किम तथा अंडमान निकोबार द्वीप समूह में व्यस्त समय में बिजली की कमी जनवरी और फरवरी दोनों महिनों में एक समान यानी 5.3 फीसद (753 मेगावाट) की रही। (एजेंसी)
First Published: Monday, April 1, 2013, 14:13