Last Updated: Sunday, April 8, 2012, 17:49
नई दिल्ली : भारत के साथ व्यापार से जुड़े मुद्दों पर पाकिस्तान के ‘आगे बढ़ने’ की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रविवार को कहा कि दोनों देशों को लगता है कि द्विपक्षीय आर्थिक एवं व्यापार की संभावनाओं को दोहन किया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के बीच करीब 40 मिनट तक चली बातचीत के बाद विदेश सचिव रंजन मथाई ने यहां पत्रकारों को बताया कि सिंह और जरदारी ने यह महसूस किया कि दोनों पड़ोसी देशों को द्विपक्षीय आर्थिक एवं व्यापारिक संबंधों की जबरदस्त संभावनाओं का दोहन करना चाहिए।
मथाई ने कहा, प्रधानमंत्री ने इस तथ्य की सराहना की कि पाकिस्तान ने व्यापार से जुड़े मुद्दों पर कदम आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि व्यापारिक संबंधों को सुधारने के मुद्दे पर वाणिज्य मंत्रियों और वाणिज्य सचिवों के बीच चर्चा की गई है और इस दिशा में आगे की दिशा पहले ही तय की जा चुकी है।
उन्होंने बताया कि दोनों नेताओं ने क्षेत्र में विकास के मुद्दों पर भी चर्चा की और दोनों देशों के लोगों के आर्थिक विकास के लिए क्षेत्रीय सहयोग की संभावनाओं का उपयोग करने के लिए संकल्प लिया।
जरदारी राजस्थान में अजमेर के लिए रवाना होने से पहले दो घंटे से अधिक समय राष्ट्रीय राजधानी में बिताया। सिंह और जरदारी ने यह भी कहा कि 2011 में जिस उदार वीजा प्रणाली पर सहमति बनी थी, उस पर संबंधित गृह सचिवों की आगामी बैठक में दस्तखत किए जाने चाहिए।
प्रधानमंत्री ने जरदारी और उनके पुत्र बिलावल के लिए दोपहर भोज का भी आयोजन किया जिसमें विदेश मंत्री एस.एम. कृष्णा, गृह मंत्री पी. चिदंबरम, राहुल गांधी, भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी और सुषमा स्वराज व पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक शामिल हुए। (एजेंसी)
First Published: Sunday, April 8, 2012, 23:19