Last Updated: Friday, February 10, 2012, 13:26
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को कहा कि भारत और यूरोपीय संघ (ईयू) एक व्यापक आधार वाले व्यापार एवं निवेश करार के लिए बातचीत में तेजी लाने पर सहमत हो गए हैं। उन्होंने करार को शीघ्र अंतिम रूप देने की उम्मीद जताई। प्रधानमंत्री ने 12वें भारत-ईयू सम्मेलन में कहा कि दोनों पक्षों ने व्यापक आधार वाले व्यापार एवं निवेश करार पर बातचीत में महत्वपूर्ण प्रगति की है। इसमें जटिल मुद्दे भी शामिल हैं लेकिन हम दोनों बातचीत में तेजी लाने पर सहमत हुए हैं ताकि करार को अतिशीघ्र अंतिम रूप दिया जा सके।
यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष हरमन वैन रोमपी के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि दोनों पक्ष करार के रास्ते में अवरोध खड़ा करने वाले मुद्दों का एक व्यावहारिक हल निकालने पर सहमत हुए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम समाधान की तलाश में हैं जो व्यवहारिक, पारस्परिक लाभप्रद और दोनों पक्षों को स्वीकार्य हों। मालूम हो कि भारत और ईयू वर्ष 2007 से एक व्यापक आधार वाले व्यापार एवं निवेश करार पर बातचीत कर रहे हैं। लेकिन भारतीय पेशेवरों के लिए वीजा नियमों को आसान बनाने और ईयू से आयात होने वालीं कारों पर शुल्क में कटौती जैसे मुद्दों को लेकर बातचीत आगे नहीं बढ़ पाई है।
हरमन ने भी कहा कि इस दिशा में दोनों पक्षों ने महत्वपूर्ण प्रगति की है और उन्हें उम्मीद है कि करार पर बात बन जाएगी। इन दोनों नेताओं में से किसी ने हालांकि, करार को अंतिम रूप देने के लिए कोई समय-सीमा तय नहीं की। उल्लेखनीय है कि दोनों पक्ष द्विपक्षीय व्यापार को मजबूत बनाने के लिए यह सम्मेलन कर रहे हैं। ईयू भारत का सबसे बड़ा व्यापार सहयोगी है और भारत का 14 प्रतिशत विदेशी व्यापार ईयू से होता है।
(एजेंसी)
First Published: Friday, February 10, 2012, 18:56