Last Updated: Wednesday, September 11, 2013, 18:57
मुंबई : शादी ब्याह और राजनीतिक रैलियों के दौरान नोटों की माला के इस्तेमाल को लेकर रिजर्व बैंक की चिंता बढ़ी है। केन्द्रीय बैंक ने इस तरह के चलन को बंद करने पर जोर दिया है। रिजर्व बैंक ने लोगों से अपील की है कि वह नोटों की माला का इस्तेमाल नहीं करें। बैंक का कहना है कि ऐसा करने से नोट खराब होते हैं और जल्दी कटफट जाते हैं।
बैंक की यहां जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, रिजर्व बैंक जनता से अपील करता है कि रपयों का इस्तेमाल माला बनाने, पंडाल सजाने, पूजा स्थलों में नहीं करें। सामाजिक आयोजनों के दौरान विशिष्ट व्यक्तियों पर रपये लुटाने से भी बचा जाना चाहिये। बैंक ने कहा है कि इस तरह के इस्तेमाल से नोट गंदे और खराब हो जाते हैं और जल्दी कटफट जाते हैं।
मुद्रा यानी रपये को पूरा सम्मान दिया जाना चाहिये, ये देश की संप्रभुता के प्रतीक हैं, इनकी आयु लंबी रखने में मदद की जानी चाहिये। केन्द्रीय बैंक ने बैंकों को स्वच्द और साफ रखने में भी लोगों से सहयोग की अपील की है। रिजर्व बैंक ने ‘क्लीन नोट पॉलिसी’ पर जोर देते हुये कहा है कि वह अपनी तरफ से साफ सुथरे नोट जारी करने के हर संभव उपाय कर रहा है और चाहता है कि लोग भी इसमें सहयोग करें।
रिजर्व बैंक ने पहले भी इस तरह की अपील की है। बैंकिंग नियमन अधिनियम 1949 और रिजर्व बैंक अधिनियम 1934 में बैंक नोट के इस प्रकार के दुरपयोग को रोकने का कोई प्रावधान नहीं है। उल्लेखनीय है कि देश में नोटों पर लिखने का प्रचलन भी जोरों पर है। कई बैंकों में खुद बैंकों के खजांची नोटों पर संख्या लिख देते हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 11, 2013, 18:57