Last Updated: Thursday, April 25, 2013, 00:30
नई दिल्ली : आयकर विभाग कोलकाता स्थित शारदा समूह के निवेशों एवं वित्त की जांच करेगा। हजारों की संख्या में निवेशकों के साथ कथित धोखाधड़ी के मामले में शारदा समूह इस समय समाचारपत्रों की सुखिर्यों में है। आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि विभाग समूह की जांच करेगा, भले ही वह पिछले साल से पश्चिम बंगाल में इसी तरह के पांच अन्य मामलों की जांच कर रहा है।
उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रवर्तकों, निवेशकों और प्रमुख एजेंटों के बयान दर्ज करने एवं दस्तावेज पेश करने के लिए जल्द ही उन्हें नोटिस भेजे जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक, आयकर विभाग शारदा समूह के चेयरमैन सुदीप्तो सेन और उसके करीबी सहयोगियों के कारोबारी एवं व्यक्तिगत खातों एवं समूह की विभिन्न निवेश स्कीमों के लेनदेन की भी जांच करेगा। विभाग समूह के सभी बैंक ड्राफ्टों एवं सावधि जमाओं की जांच कर उनमें अनियमितताओं का भी पता लगाएगा।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में शारदा समूह द्वारा शुरू की गई विभिन्न निवेश स्कीमों के निवेशक और एजेंट समूह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। यह मुद्दा राजनीतिक गलियारों में भी जोर पकड़ चुका है और विभिन्न राजनीतिक दल जमा स्वीकारने की फर्जी गतिविधियों पर पर्याप्त लगाम नहीं लगाने के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। विभाग इससे पहले 2011 में पश्चिम बंगाल के असनसोल में इसी तरह के 150 करोड़ रपये के चिटफंड घोटाले को उजागर कर चुका है। इसके बाद कुछ और कंपनियों पर भी उसकी निगरानी बढ़ी है।
विभाग की जांच के दायरे में कई निवेश एजेंट भी हैं जिन्होंने बढ़चढ़कर समूह की निवेश योजनाओं का प्रचार किया। इस तरह की चिटफंड योजनाओं को बंगाल में ‘पोंजी योजना’ कहा जाता है। उधर, बाजार नियामक सेबी ने भी शारदा समूह की धन जुटाने की गतिविधियों की जांच पड़ताल शुर की है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, April 25, 2013, 00:30