Last Updated: Friday, May 17, 2013, 13:21

नई दिल्ली : सरकार ने शेयर खरीद समझौतों में ‘पुट और कॉल’ विकल्प की अनुमति देने का फैसला किया है जिससे भारतीय कंपनियों में विदेशी निवेश को बढावा मिलने की राह खुलेगी।
इस विकल्प के तहत सूचीबद्ध कंपनियां भविष्य में पहले से तय दाम पर शेयरों को बेच या खरीद सकेंगी।
उल्लेखनीय है कि प्रतिभूति अनुबंध (नियमन) कानून के तहत पुट एंड काल विकल्प को डेरिवेटिव्ज कारोबार के रूप में लिया जाता है और शेयर बाजार के बाहर इसकी अनुमति नहीं होती। हालांकि गैर सूचीबद्ध कंपनियां इस विकल्प को अपना सकती हैं।
सरकार के इस कदम पर केपीएमजी इंडिया के भविन शाह ने कहा, ‘रणनीतिक निवेशकों के साथ साथ निजी इक्विटी फंडों को भी इस कदम का फायदा होगा।’ शेयर खरीद समझौतों में पुट और कॉल विकल्प के प्रसताव को दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल के कानून मंत्रालय का कार्यभार संभालने के अगले ही दिन दे दी गई। वित्त मंत्रालय और भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की अनुमति के बाद प्रस्ताव अमल में आ जायेगा।
सिब्बल ने संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने इस प्रस्ताव को वित्त मंत्रालय के ब्रिटिश दूरसंचार कंपनी वोडाफोन के साथ कर विवाद मामले में समझौता करने के आग्रह के साथ ही मंजूरी दे दी थी।
‘पुट’ विकल्प के तहत शेयरधारक को तय अवधि के भीतर कुछ शेयरों को पहले से तय मूल्य पर बेचने का अधिकार मिलता है। जहां तक ‘कॉल’ विकल्प की बात है इसमें खरीदार को तय संख्या में शेयरों की किसी निर्धारित अवधि में किसी मूल्य पर खरीदने का अधिकार होता है। (एजेंसी)
First Published: Friday, May 17, 2013, 13:21