Last Updated: Sunday, April 22, 2012, 07:16
नई दिल्ली : वायदा एवं विकल्प सौदे निपटाने की समय सीमा नजदीक होने और कंपनी के तिमाही नतीजों के बीच इस सप्ताह शेयर बाजार में तेजी के रुझान के साथ उतार-चढ़ाव रहने की संभावना है।
प्रमुख कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड द्वारा पिछले सप्ताह घोषित किये गये चौथी तिमाही के कार्यपरिणाम में शुद्ध मुनाफे में 21 प्रतिशत की गिरावट दर्ज होने का बाजार पर कुछ असर दिखाई देगा।
बाजार विश्लेषकों ने कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के तिमाही नतीजे बाजार के अनुमानों के अनुरूप रहे, इसलिए सोमवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में कोई तेज गिरावट आने की उम्मीद नहीं है। रिलायंस इंडस्ट्रीज की चौथी तिमाही के नतीजे बाजार के अनुमानों के अनुरूप रहे। लेकिन सकल रिफाइनिंग का बेहतर मार्जिन निश्चित रूप से हैरान करने वाला पहलू रहा है।
घरेलू घटनाक्रमों के अलावा वैश्विक संकेत बाजार के रुख को प्रभावित करना जारी रखेंगे। निफ्टी के लिए उपरी स्तर पर प्रतिरोध 5,340.5,370 पर मौजूद है जबकि निचला समर्थन स्तर 5,230.5,210 है। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा मंगलवार को 2012.13 के लिए वाषिर्क मौद्रिक नीति में रैपो दर उम्मीद से कहीं अधिक यानी 50 आधार अंक, आधा प्रतिशत कम करने के बाद बंबई शेयर बाजार के सूचकांक में 1.63 प्रतिशत का साप्ताहिक लाभ दर्ज हुआ।
रिजर्व बैंक द्वारा अपनी मौद्रिक नीति बैठक में रैपो दर में 50 आधार अंक की कमी करने से ब्याज दर के प्रति संवेदनशील आटो कंपनियों के शेयरों में तेजी आई। अशिका स्टाक ब्रोकर्स के शोध प्रमुख पारस बोथरा ने कहा, शेयर बाजार फिलहाल दिशाहीन है तथा व्यापक तौर पर सीमित दायरे में घटबढ़ रहा है। एक बार कंपनियों के कार्यपरिणामों का सत्र खत्म हो तो बाजार को कुछ दिशा मिल सकती है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, April 22, 2012, 12:46