शेल गैस लाइसेंस नियम 2013 तक - Zee News हिंदी

शेल गैस लाइसेंस नियम 2013 तक

 

नई दिल्ली : देश में गैस के गैर परंपरागत स्रोतों से खनिज गैस निकालने के बढते प्रयासों के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार को कहा कि भारत में शेल गैस परियोजनाओं के ठेके देने के नियम 2013 के अंत तक तय कर लिए जाएंगे। शेल गैस अवसादी भूगर्भीय चट्टानों के बीच पाई जाती है और अमेरिका जैसे देशों में इसे खनिज गैस की विशाल संभावनाओं वाले क्षेत्र के रूप में देखा जा रहा है। अब तक गैस का उत्पादन परंपरागत हाइड्रोकार्बन खोज क्षेत्रों से होता आया है, अब कोयला खदानों और नरम भूगर्भीय चट्टानों के बीच भी इसकी खोज होने लगी है।

 

मनमोहन ने शुक्रवार को यहां गेल इंडिया लिमिटेड द्वारा आयोजित सावतें एशिया गैस भागीदारी सम्मेलन का उद्घाटन करते हुये कहा कि हम गैस के गैर परंपरागत स्रोतों को विकसित करने पर जोर दे रहे हैं। इसमें शेल गैस और कोल बैड मीथेन पर काम किया जा रहा है। देश में शेल गैस संसाधनों का नक्शा तैयार किया गया है, अब हम इसके ठेके देने के लिये 2013 के अंत तक लाइसेंसिंग के नियम कायदे तय कर लेंगे।

 

मनमोहन ने कहा कि कोयला खानों से निकलने वाली मीथेन गैस के उत्पादन के लिये भी प्रयास तेज किये गये हैं। इसके लिये कोल बैड मीथेन के बोलियां मंगाने के चार दौर चलाये जा चुके हैं और इनमें से पश्चिम बंगाल के रानीगंज में सीबीएम ब्लॉक से गैस उत्पादन शुरु हो चुका है। एशिया गैस सम्मेलन में पहुंची देश दुनिया की पेट्रोलियम क्षेत्र की कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों को संबोधित करते हुये प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत दुनिया के बड़े कोयला भंडार वाले देशों में से एक है, हम दुनिया की ऐसी कंपनियों के साथ काम करना चाहते हैं जिनके पास कोयला खदानों में मिलने वाली गैस उत्पादन का जरुरी अनुभव और विशेषज्ञता हो।

(एजेंसी)

First Published: Friday, March 23, 2012, 21:13

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