Last Updated: Tuesday, September 3, 2013, 19:01
नई दिल्ली : निजी क्षेत्र की संकटग्रस्त विमानन कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस ने पिछले वित्त वर्ष में अपने मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) संजय अग्रवाल को 4 करोड़ रुपये का वेतन पैकेज दिया। हालांकि, इस दौरान कंपनी के कर्मचारियों की संख्या घटकर आधी यानी 2,851 रह गई। पिछले करीब एक साल से किंगफिशर का परिचालन बंद है और उसके विमान खड़े हैं।
अग्रवाल को 2012-13 में कुल 3.99 करोड़ रपये का वेतन पैकेज दिया गया। इससे पिछले वित्त वर्ष में उन्हें 4.01 करोड़ रुपये का पैकेज मिला था। किंगफिशर के शेयरधारकों को कंपनी की 24 सितंबर की सालाना आम बैठक से पहले भेजी गई सालाना रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
कंपनी ने यह भी खुलासा किया है कि पिछले वित्त वर्ष में उसके कम से कम पांच कर्मचारियों को एक करोड़ रुपये या अधिक का पैकेज दिया गया। वहीं 44 कर्मचारी ऐसे थे जिन्हें 5 लाख रुपये या अधिक का मासिक वेतन दिया गया।
हालांकि, 31 मार्च, 2013 को समाप्त वित्त वर्ष के दौरान कंपनी का कर्मचारियों पर खर्च 48 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 349 करोड़ रुपये रह गया। इसकी मुख्य वजह कर्मचारियों की संख्या में भारी कमी है। इस दौरान कंपनी के कर्मचारियों की संख्या 5,696 से घटकर 2,851 रह गई।
कर्मचारियों की लागत में साल के दौरान इस्तीफा देने वाले कर्मचारियों को किया गया 7.2 करोड़ रुपये का ग्रैच्युटी का भुगतान भी शामिल है। किंगफिशर ने अपना परिचालन बंद होने की प्रमुख वजह कर्मचारियों द्वारा काम पर आने से इनकार को बताया है। हालांकि, कंपनी ने कहा है कि परिचालन दोबारा शुरू करने के लिए उसके पास पर्याप्त संख्या में कर्मचारी हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, September 3, 2013, 19:01