Last Updated: Monday, April 23, 2012, 12:05
नई दिल्ली : सरकार के पिछली तारीख से आयकर कानून में संशोधन के प्रस्ताव पर जारी विवाद के बीच ब्रिटेन की दूरसंचार कंपनी वोडाफोन ने कहा है कि यह प्रस्ताव वैश्विक नियमों के अनुरूप नहीं है। इस प्रस्ताव के लागू होने के बाद वोडाफोन-हच जैसे सौदे भी कर के दायरे में आ जाएंगे।
वोडाफोन ने एक बयान में कहा कि भारतीय कंपनियों के अप्रत्यक्ष स्थानांतरण पर कर लगाने का प्रस्ताव अंतरराष्ट्रीय कर नियमों के अनुरुप नहीं है। यह प्रस्ताव ओईसीडी या संयुक्त राष्ट्र की दोहरा कराधान संधि के माडल पर भी खरा नहीं उतरता। उल्लेखनीय है कि राजस्व सचिव आरएस गुजराल ने हाल में कहा है कि वोडाफोन की तरह के सौदों पर अमेरिका, ब्रिटेन, अन्य ओईसीडी देशांे और चीन में कर लगता है। गुजराल के इसी बयान पर कंपनी की यह प्रतिक्रिया आई है।
पेरिस स्थित आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (ओईसीडी) अंतरराष्ट्रीय कर मानक तय करता है। यह मुख्यत: अमीर देशों का समूह है। वोडाफोन ने कहा कि यह बात पूरी तरह से गलत है कि इस तरह के सौदों पर अमेरिका, ब्रिटेन और अन्य ओईसीडी सदस्य देशों में कर लगता है। ये देश शेयरों के अप्रत्यक्ष स्थानांतरण (देश के बाहर किए गए हस्तांतरण) पर कर नहीं लेते, जैसा की भारत में प्रस्ताव किया जा रहा है।
(एजेंसी)
First Published: Monday, April 23, 2012, 21:36