सत्यम के धब्बे के बाद नए समय को तैयार: महिंद्रा सत्यम

सत्यम के धब्बे के बाद नए समय को तैयार: महिंद्रा सत्यम

सत्यम के धब्बे के बाद नए समय को तैयार: महिंद्रा सत्यमदावोस : पिछले चार बरस से अपनी प्रतिद्वंद्वी कंपनियों की तुलना में कारोबार पाने के लिए दोगुना प्रयास करने को बाध्य महिंद्रा सत्यम ने कहा है कि वह सत्यम घोटाले के धब्बे के बाद एक नई शुरुआत के लिए तैयार है।

महिंद्रा सत्यम के सीईओ एवं प्रबंध निदेशक सीपी गुरनानी ने कहा कि महिंद्रा सत्यम को हमेशा अन्य कंपनियों की तुलना में कारोबार पाने के लिए दोगुना प्रयास करना पड़ता है। हमें लोगों को सत्यम को बचाने में महिंद्रा की भूमिका के बारे में बताना पड़ता है। उन्होंने कहा हालांकि, मैं इस विलय को कायाकल्प के मौके के रूप में नहीं देखता। मैं इसे दुनिया को खुले रूप से यह बताने के तरीके से देखता हूं कि अब चार साल हो चुके हैं जब हमने सत्यम का अधिग्रहण किया था।

सत्यम के नाम के साथ जुड़ी बुरी बातों के बारे में पूछे जाने पर गुरनानी ने कहा कि सत्यम का धब्बा अब पीछे छूट चुका है। अब यह एक इकाई है जो महिंद्रा के लिए आईटी इंजीनियरिंग सेवाओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है। हम वैश्विक स्तर पर कारोबार के लिए तैयार हैं। विश्व आर्थिक मंच की सालाना बैठक में शामिल होने आए महिंद्रा सत्यम के सीईओ ने यह पूछे जाने पर कि क्या वह सत्यम का नाम हटाने के पक्ष में हैं, उन्होंने कहा कि वह ऐसा किए जाने के पक्ष में हैं।

देश का सबसे बड़ा सत्यम घोटाला 2009 में सामने आया था। उस समय सत्यम कंप्यूटर के संस्थापक एवं चेयरमैन बी रामलिंग राजू ने बरसों तक गलत काम तथा कंपनी के वित्तीय खाते को बढ़ाचढ़ाकर दिखाने की बात कबूल की थी। बाद में इस कंपनी का अधिग्रहण महिंद्रा समूह ने किया था और इसे नया नाम महिंद्रा सत्यम दिया गया। इसके बाद महिंद्रा समूह की आईटी इकाई टेक महिंद्रा के साथ इसके विलय की घोषणा की गई। फिलहाल विलय की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। गुरनानी ने कहा कि दोनों कंपनियां काफी अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं और संयुक्त इकाई की बाजार स्थिति कहीं और मजबूत होगी।

उन्होंने कहा कि अभी भी हम शीर्ष कंपनियों में हैं। संयुक्त इकाई का कार्यबल का आंकड़ा 80,000 का है और इसका सालाना कारोबार अनुमानत: तीन अरब डालर है। उन्होंने कहा कि ग्राहक इन दोनों कंपनियों के विलय को लेकर लेकर काफी उत्साहित हैं। दोनों कंपनियां ही इस विलय के पूर्ण होने का इंतजार कर रही हैं। (एजेंसी)

First Published: Monday, January 28, 2013, 12:34

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