Last Updated: Friday, January 6, 2012, 09:30
नई दिल्ली : कोयला मंत्रालय ने जिन 14 कोयला खानों का आवंटन रद्द किया था, उनमें से छह खाने संबंधित कंपनियों को वापस लौटा दिया गए हैं। कोयला मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि हम लोगों ने छह कोयला खान लौटा दिए हैं। इनमें एक दामोदर घाटी निगम को आवंटित कोयला खान और एक तेनुघाट विद्युत निगम लि. और डीवीसी को संयुक्त तौर पर आवंटित खान, एक झारखंड राज्य विद्युत बोर्ड को आवंटित खान और तीन एनटीपीसी को आवंटित कोयला खान शामिल हैं।
अधिकारी ने बताया कि हमने छह कोयला ब्लाक इस शर्त के साथ लौटाए हैं कि उन्हें दो साल के भीतर विकसित कर दिया जाएगा, अन्यथा उन्हें फिर से वापस ले लिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने तय अवधि के भीतर आवंटित कोयला खानों का विकास नहीं होने पर 14 खानों का आवंटन रद्द कर दिया था। अतिरिक्त सचिव (कोयला मंत्रालय) जोहरा चटर्जी की अध्यक्षता में गठित समिति निजी इस्तेमाल के लिए कंपनियों को आवंटित किए गए कोयला खानों के विकास से जुड़े मुद्दों को देख रही है।
कोयला मंत्रालय ने एनटीपीसी से चट्टी बरियातू, चट्टी बरियातू (दक्षिण), केरानदरी, ब्रहमणि और चिचिरो पतसिमाल कोयला खानों को वापस ले लिया था। बिजली मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने इसके बाद कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल को पत्र लिखकर इस निर्णय पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया था।
(एजेंसी)
First Published: Friday, January 6, 2012, 16:01