Last Updated: Wednesday, April 17, 2013, 19:36

बोस्टन : वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने भारत को विदेशी निवेश के लिए एक सुरक्षित बाजार बताते हुए कहा है कि सरकारों की सनक से विदेशी निवेशकों का नुकसान नहीं होना चाहिये।
चिदंबरम ने कहा कि भारत में निवेश सुरक्षा की गारंटी के लिये जरुरी तीन जरुरतें मौजूद हैं। भारत में स्थिर लोकतांत्रिक राजनीतिक ढांचा, कानून के शासन में विश्वास और पारदर्शी एवं स्वतंत्र न्याय प्रणाली तीनों ही निवेश सुरक्षा की गारंटी देती हैं।
चिदंबरम ने यहां हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में छात्रों और संकाय को संबोधित करते हुये कहा उभरती अर्थव्यवस्थाओं द्वारा विदेशी निवेशकों को इस बारे में आश्वस्त किया जाना चाहिये कि उनकी पूंजी सुरक्षित रहेगी और सरकारों की सनक से उन्हें नुकसान नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि उभरते बाजारों को अंतरराष्ट्रीय निवेशकों में संतोष का भाव जगाने के लिये प्रयास तेज करने चाहिये, उनके मन में ऐसा भाव बढ़ना चाहिये कि उनकी पूंजी सुरक्षित है। चिदंबरम भारत को बेहतर निवेश स्थल के तौर पर प्रस्तुत करने और विदेशी निवेशकों को निवेश के लिये आकषिर्त करने के अभियान पर कनाडा और अमेरिका की यात्रा पर हैं। कनाडा में दो दिन बिताने के बाद यहां पहुंचे हैं।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि आखिर कोई भी विदेशी निवेश दीर्घकाल के लिये क्यों अपनी पूंजी लगायेगा यदि कानून में बदलाव से उसकी पूंजी का क्षरण होगा अथवा सरकारों की सनक से उन्हें नुकसान पहुंचेगा?
चिदंबरम ने कहा कि निवेश सुरक्षा की सबसे बेहतर गारंटी वहां होगी जहां एक स्थिर लोकतांत्रिक राजनीतिक ढांचा, कानून के शासन पर विश्वास और पारदर्शी और स्वतंत्र कानूनी प्रणाली होगी, भारत में ये तीनों ही मौजूद हैं। वित्त मंत्री ने कहा ‘‘हम औद्योगिक देशों में लगातार वित्तीय संरक्षणवाद में लिप्त रहने के बारे में सुनते रहते हैं। औद्योगिक देशों की सरकारों को जरुरत से ज्यादा धन उपलब्ध कराने के लिये बचत को देश में ही रखा जाता है। इस तरह का कोई भी कदम बुरी तरह से भ्रमित दिशा में उठाया गया कदम होगा। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 17, 2013, 19:36