Last Updated: Wednesday, July 17, 2013, 14:46

नई दिल्ली : अप्रत्यक्ष कर की चोरी करने वालों को सख्त संकेत देते हुए वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि राजस्व विभाग ने ऐसे 12 लाख लोगों की पहचान की है जिन्होंने सेवा कर रिटर्न दाखिल करना बंद कर दिया है या रिटर्न दाखिल करते ही नहीं। विभाग इन लोगों का पीछा करेगा।
केंद्रीय उत्पाद एवं सीमाशुल्क बोर्ड (सीबीईसी) के मुख्य आयुक्तों और महानिदेशकों के दो दिवसीय 28वें सम्मेलन के उद्घाटन के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि हम उन 12 लाख लोंगों पर निगाह रखे हुए हैं जो या तो सेवाकर रिटर्न नहीं भरते या फिर रिटर्न भरना बंद कर दिया है। मंत्री ने कहा कि उन्होंने कर अधिकारियों से कहा कि राजस्व संग्रह करना विभाग का सबसे महत्वपूर्ण काम है और उन्हें लक्ष्य प्राप्त करना चाहिए।
देश के कुल अप्रत्यक्ष कर संग्रह में एक तिहाई हिस्सेदारी सेवाकर की है और सरकार को उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष में इसके जरिए 1.8 लाख करोड़ रुपए जुटाए जा सकेंगे। चिदंबरम ने भरोसा जताया कि अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में करीब छह प्रतिशत रहेगी और राजस्व विभाग चालू वित्त वर्ष में 2012-13 के मुकाबले अप्रत्यक्ष कर संग्रह में 19 प्रतिशत की वृद्धि का लक्ष्य प्राप्त कर सकेगा।
मंत्री ने कहा कि 2012-13 में हमने उसके पिछले साल के मुकाबले 21 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की थी। अब अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 5 प्रतिशत से अधिक रहने के अनुमान है। मुझे लगता है कि वृद्धि दर के करीब छह प्रतिशत रहने के साथ हम पिछले साल के मुकाबले 19 प्रतिशत अधिक कर संग्रह कर सकेंगे। वित्त मंत्रालय ने 2013-14 में 5.65 लाख करोड़ रुपए के अप्रत्यक्ष कर संग्रह का लक्ष्य रखा है। अप्रत्यक्ष कर में सीमाशुल्क, उत्पाद शुल्क और सेवा कर शामिल हैं।
राजस्व विभाग की वेबसाइट पर जारी ताजा आंकड़े के मुताबिक मंत्रालय ने 2012-13 के दौरान 4.73 लाख करोड़ अप्रत्यक्ष कर का संग्रह किया था। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, July 17, 2013, 14:46