Last Updated: Tuesday, April 16, 2013, 23:34

मुंबई : भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) इस साल अपने पांच सहयोगी बैंकों में से एक और बैंक का अपने में विलय कर सकता है। बैंक के चेयरमैन प्रतीप चौधरी ने मंगलवार को यह बात कही। उन्होंने कहा कि देश का सबसे बड़ा बैंक शेयरों के संस्थागत नियोजन से पूंजी जुटाने की भी मंजूरी लेगा। इस कदम से विलय के लिए आवश्यक पूंजी आधार बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।
यहां एसबीआई के कारपोरेट मुख्यालय में चौधरी ने संवाददाताओं को बताया कि हम इस साल निश्चित तौर पर विलय के बारे में विचार करेंगे। जैसे ही पूंजी का आधार बढ़ता है, हम निश्चित तौर पर इस पर सोचेंगे। इस साल, मुझे लगता है कि पूंजी की स्थिति आरामदायक होनी चाहिए।
स्टेट बैंक के पांच सहयोगी बैंकों में से किस का विलय होगा, इस सवाल के जवाब में चौधरी ने कहा जहां तक इसकी बात है सभी पर विचार के बाद फैसला लिया जायेगा। स्टेट बैंक के सहयोगी बैंकों में स्टेट बेंक ऑफ बीकानेर एण्ड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर और स्टेट बैंक ऑफ पटियाला शामिल हैं। सरकार देश में बड़े बैंकों की वकालत करती रही है। एक आकलन के अनुसार स्टेट बैंक के सभी सहयोगी बैंकों के इसमें विलय के बाद भारतीय स्टेट बैंक दुनिया के दस बड़े बैंकों में स्थान पा सकता है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 16, 2013, 23:34