सार्वजनिक कंपनियों के विनिवेश में LIC सबसे बड़ी खरीदार

सार्वजनिक कंपनियों के विनिवेश में LIC सबसे बड़ी खरीदार

नई दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र की जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने बिक्री पेशकश (ओएफएस) मार्ग के जरिये सरकार के विनिवेश कार्यक्रम में करीब 16,400 करोड़ रुपये निवेश किया है। हिस्सेदारी बिक्री के जरिये सरकार ने जितनी राशि जुटायी है, यह उसका 49 प्रतिशत है। बिक्री पेशकश या नीलामी मार्ग के जरिये मार्च, 2012 से 11 कंपनियों में हिस्सेदारी बिक्री से सरकारी खजाने को 33,800 करोड़ रपये प्राप्त हुए। पेट्रोलियम कंपनी ओएनजीसी से इसकी शुरआत हुई थी।

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी ने नीलामी के जरिये कुल 16,396 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। आंकड़ों के अनुसार एनटीपीसी तथा एनएमडीसी को छोड़कर सार्वजनिक क्षेत्र की बीमाकर्ता ने सरकार की तरफ से बिक्री के लिये पेश किये गये शेयरों में 50 प्रतिशत से अधिक खरीदे।

ओएनजीसी के मामले में एलआईसी ने बिक्री के लिये रखे गये 42.78 करोड़ शेयर में से 40 करोड़ शेयर या 93 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की। यह खरीद 304.25 रुपये प्रति शेयर के भाव पर की गई। इसके लिये कंपनी ने 12,179 करोड़ रुपये खर्च किये।

एनटीपीसी के मामले में एलआईसी ने कुल 78.33 करोड़ शेयरों में से 1,765 करोड़ रुपये मूल्य के 12 करोड़ शेयर खरीदे। दिसंबर 2012 में एनएमडीसी हुए विनिवेश में बिक्री के लिये रखे गये 39.65 करोड़ शेयरों में से एलआईसी ने 1.86 करोड़ शेयर 278 करोड़ रुपये में खरीदे। जिन अन्य कंपनियों के शेयर एलआईसी ने खरीदे, उनमें स्टील अथारिटी आफ इंडिया लिमिटेड (सेल) तथा नाल्को शामिल हैं। इन कंपनियों में एलआईसी ने 50 प्रतिशत से अधिक शेयर खरीदे।

जहां सेल में कंपनी ने 24.04 करोड़ शेयर में से 12.45 करोड़ शेयर खरीदे वहीं नाल्को के मामले में बिक्री के लिये रखे गये 15.69 करोड़ शेयर में से 7.22 करोड़ शेयर खरीदे। सेल के मामले में जहां एलआईसी ने 786 करोड़ रुपये खर्च किये वहीं नाल्को के मामले में 289 करोड़ रुपये लगाये। इसके अलावा एलआईसी ने एमएमटीसी, हिंदुस्तान कापर, राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स लिमिटेड, स्टेट ट्रेडिंग कारपोरेशन तथा आईटीसीसी के शेयर खरीदे।

सरकार सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में विनिवेश के लिये बिक्री पेशकश का रास्ता अपना रही है। अबतक 11 कंपनियों का विनिवेश इस रास्ते हुआ है। सरकार ने चालू वित्त वर्ष में विनिवेश से 40,000 करोड़ रुपये प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है। (एजेंसी)

First Published: Sunday, August 25, 2013, 13:22

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