Last Updated: Friday, August 31, 2012, 19:58

प्रधानमंत्री के विशेष विमान से : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि इस समय देश की राजनीतिम में ‘तालमेल के अभाव’ के कारण भी आर्थिक वृद्धि की राह में में बाधाएं पड़ रही हैं।
हालांकि, उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि ‘हमें गनीमत मनानी चाहिए’ कि वैश्विक आर्थिक संकट के बावजूद देश 6.5 प्रतिशत की वृद्धि दर से बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ विश्व में भारी आर्थिक संकट है और इसके बाद भी हम ऐसे समय में 6.5 प्रतिशत की वृद्धि दर बनाए रख सके जब अमेरिका केवल करीब 2 प्रतिशत, जबकि यूरोप करीब शून्य प्रतिशत की वृद्धि दर की बात कर रहे हैं।’’ निगरुट सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद तेहरान से स्वदेश लौटते हुए उन्होंने साथ गए संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि वह वाषिर्क नौ प्रतिशत की वृद्धि दर की नींव रखना चाहते थे, लेकिन अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों ने ऐसा नहीं होने दिया है ।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ हमारी घरेलू राजनीति में तालमेल की कमी भी एक कारक है जिससे वृद्धि दर प्रभावित हुई है।’’ वस्तु एवं सेवाकर लाने में कई दिक्कतें स्वीकार करते हुए सिंह ने कहा कि इससे देश की कर प्रणाली दुरुस्त हो सकती थी और जीडीपी वृद्धि दर में एक.दो प्रतिशत का सुधार हो सकता था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार का प्रयास 6.5 प्रतिशत की वृद्धि दर में सुधार लाने का होगा और एक ऐसा वातावरण तैयार करने का होगा जहां बचत और घरेलू निवेश को उचित प्रोत्साहन मिले।
उन्होंने कहा कि सौभाग्य से, देश का घरेलू बचत और निवेश की दरें अब भी काफी उंची हैं और अगर रेलवे, दूरसंचार और सड़क जैसी औद्योगिक ढांचागत सुविधाओं में सुधार के लिए वातावरण तैयार किया जाता है तो वृद्धि दर को और आगे बढ़ाई जा सकती है। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 31, 2012, 19:58