सीआरआर में और कटौती का संकेत - Zee News हिंदी

सीआरआर में और कटौती का संकेत



मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बैंकिंग प्रणाली में नकदी प्रवाह बढाने के लिए बैंकों के नकद आरक्षित अनुपात में और कमी का संकेत सोमवार को दिया लेकिन एसएलएआर (नकदी को सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश की न्यूनतम सीमा) में किसी तरह की कटौती की संभावना से इनकार कर दिया।

 

रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर सुबीर गोकर्ण ने यहां एक कार्य्रकम के अवसर पर संवाददाताओं को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सीआरआर में और कटौती की गुंजाइश है क्योंकि हमें कुल घाटे में और कमी लानी है। हालांकि उन्होंने संभावित कटौती की समयसीमा तय करने से इनकार किया। गोकर्ण ने हालांकि एसएलआर में और कटौती की संभावना से इनकार किया।

 

उन्होंने कहा कि एसएलआर में कमी से इस समय बैंकिंग प्रणाली में अतिरिक्त क्षमता सृजित नहीं होगी क्योंकि वहां अधिशेष की स्थिति है। एक अगर एसएलआर सीमा के निकट हो तो कटौती संभव और इससे क्षमता बन सकती है। केंद्रीय बैंक ने 24 जनवरी को सीआरआर को 0.5 प्रतिशत की कटौती कर 5.5 प्रतिशत कर दिया, जिससे प्रणाली में 32,000 करोड़ रुपये आए। उसके बाद हालांकि नकदी का संकट गहराया है।

 

आने वाले दिनों में जब कंपनियां अग्रिम कर का भुगतान करेंगी तो बैंकिंग प्रणाली में नकदी का संकट और गहराएगा। गोकर्ण ने नकदी घाटे को आंशिक रूप से ढांचागत तथा आंशिक रूप से अस्थायी बताया। उन्होंने कहा कि मौजूदा कॉल रेट के हिसाब से हालात अधिक स्थिर नजर आ रहे हैं।

(एजेंसी)

First Published: Monday, March 5, 2012, 20:49

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