Last Updated: Friday, February 3, 2012, 12:37
फरीदाबाद : 26 वें सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले में हरियाणा के पानीपत जिले के कांच के पर्दों ने पहली बार आते ही रंग जमा दिया है। हस्तशिल्प की इस अनूठी कारीगरी को लोग खूब पसंद कर रहे हैं। गृह सज्जा के लिए इन पर्दों की ग्राहक जमकर खरीददारी कर रहे हैं जिससे शुरुआती दौर में ही प्रतिदिन छह से सात हजार रुपए के पर्दे बिक रहे हैं। पानीपत के महमूद उमर कांच के पर्दे बनाने में माहिर हैं। वे सूरजकुंड में पहली बार अपनी इस अनोखी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं और आते ही लोगों का ध्यान अपनी और आकृष्ट किया है।
उमर के अनुसार, वह फर, क्रिस्टल, शटरिंग, कांच, मशरूम और बीड्स के पर्दे बनाते हैं। इनकी कीमत 200 रुपए से लेकर 600 रुपए प्रति पर्दा तक है। इन्हें कपडे़ के आम पर्दों के आगे सजावट के लिए लगाया जाता है। इसके अलावा वे मैट भी बनाते है। वे यहां चेन वाले मशरूम जड़ित पर्दे लेकर आए हैं जिन्हें काफी पसंद किया जा रहा है। इनकी कीमत 200 से 300 रुपए बताई जाती है।
उमर के मुताबिक, वे पहले कारपेट और रजाई बनाते थे लेकिन पिछले तीन वर्षों से कांच के पर्दों का निर्माण प्रारंभ किया है जिनकी मांग दिन व दिन बढ़ती जा रही है। उन्होंने बताया कि वे दुबई में भी अपने पर्दों की सप्लाई करते हैं। भारत के लगभग हर प्रदेश में उनके पर्दों की मांग है। वे प्रगति मैदान, दिल्ली हाट और चंडीगढ़ में भी अपने पर्दों की प्रदर्शनी लगा चुके हैं।
(एजेंसी)
First Published: Friday, February 3, 2012, 18:07