Last Updated: Friday, September 28, 2012, 23:59

मुंबई : वैश्विक बाजारों में तेजी और डॉलर के मुकाबले रुपए में मजबूती के रुख के बीच वाहन, एफएमसीजी और धातु कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त लिवाली से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 183 अंक मजबूत हुआ। कारोबार शुरुआत में 269 अंक ऊपर चला गया था पर इस ऊंचाई पर कायम नहीं रह सका। कारोबार के अंत में यह कल की तुलना में 183.24 अंक लाभ के साथ 18,762.74 अंक पर बंद हुआ। यह सेंसेक्स का 14 महीने का उच्च स्तर है। इससे पहले सेंसेक्स 25 जुलाई, 2011 को 18,871. 29 अंक पर बंद हुआ था।
इसी तरह, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 53.80 अंक की बढ़त के साथ 5,700 के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार करते हुए 5,703.30 अंक पर पहुंच गया। ब्रोकरों ने कहा कि सरकार द्वारा नीतिगत सुधारों से निवेश बढ़ेगा और आर्थिक वृद्धि दर में तेजी आएगी। इस उम्मीद में विदेशी निवेश बढ़ रहा है जिससे बाजार चढ़ रहा है। सेंसेक्स 13 सितंबर के बाद से 4.7 प्रतिशत तक मजबूत हो चुका है। सरकार ने 13 अगस्त को डीजल के दाम बढ़ाए थे।
बंबई शेयर बाजार में तेजी इस कदर रही कि 13 में से 12 क्षेत्रवार सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए और मुनाफा वसूली के चलते एक सूचकांक रीयल्टी इंडेक्स गिरावट के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल 30 में से 25 कंपनियों के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए जिसमें हिंडाल्को 3.39 प्रतिशत, टाटा मोटर्स 2.96 प्रतिशत, सिप्ला 2.50 प्रतिशत और टाटा पावर 2.30 प्रतिशत मजबूत हुए।
इनके अलावा, आईटीसी 2.03 प्रतिशत, टीसीएस 1.95 प्रतिशत, मारुति सुजुकी 1.68 प्रतिशत, स्टरलाइट इंडस्ट्रीज 1.64 प्रतिशत, एचडीएफसी 1.59 प्रतिशत, हिंदुस्तान युनिलीवर 1.57 प्रतिशत और भारती एयरटेल 1.30 प्रतिशत चढ़ा। हालांकि, इनफोसिस, भेल, एसबीआई, गेल इंडिया और एचडीएफसी बैंक टूटकर बंद हुआ। (एजेंसी)
First Published: Friday, September 28, 2012, 16:52