सेंसेक्स 20 माह के शीर्ष को छूने के बाद 22 अंक नीचे लुढका-Sensex hits 20-mth high intra-day, ends 22 pts down-ZEE NEWS HINDI

सेंसेक्स 20 माह के शीर्ष को छूने के बाद 22 अंक नीचे लुढका

सेंसेक्स 20 माह के शीर्ष को छूने के बाद 22 अंक नीचे लुढकामुंबई : स्थानीय शेयर बाजारों में आज भारी उतार चढाव भरे कारोबार में शुरुआती कारोबार में बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज 22 अंक के नुकसान के साथ बंद हुआ। एक समय यह 20 माह के शीर्ष स्तर पर पहुंच गया था। अंत में सेंसेक्स 22.55 अंक या 0.12 फीसद के नुकसान के साथ 19,387.14 अंक पर आ गया। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 10.10 अंक या 0.17 फीसद के नुकसान के साथ 5,898.80 अंक पर आ गया। दिन में यह 5,965.15 अंक तक चढ गया था। दिन में जारी नवंबर के निर्यात आयात के आंकड़ों का बाजार की धारणा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा और मुनाफावसूली चल पड़ी। नवंबर में निर्यात में फिर गिरावट की खबर सेंसेक्स में गिरावट का आज लगातार तीसरा दिन था।

पिछले दो सत्रों में 77 अंक गंवाने वाला सेंसेक्स कारोबार के पहले दो घंटे में 202 अंक की बढ़त के साथ एक समय 20 माह के उच्च स्तर 19,612.18 अंक पर पहुंच गया था। इससे पहले सेंसेक्स ने 2011 में अप्रैल के अंत में यह स्तर छुआ था। हालांकि, नवंबर माह में निर्यात के आंकड़ों में 4.17 फीसदी की गिरावट से बाजार धारणा प्रभावित हुई। नवंबर में निर्यात 4.17 फीसदी घटकर 22.3 अरब डालर रह गया है।

सेंसेक्स की कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज की अगुवाई में 21 के शेयरों में गिरावट आई। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, भारतीय स्टेट बैंक, भारती एयरटेल और भेल के शेयर भी नीचे आए। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के उपाध्यक्ष (इक्विटी) रिकेश विनोद पारेख ने कहा, मुनाफावसूली की वजह से उंचाई को छूने के बाद सेंसेक्स नीचे आया।’’ ब्याज दर आधारित रीयल्टी जैसे शेयरों में सबसे ज्यादा नुकसान रहा। बिजली और बैंकिंग कंपनियों के शेयर भी नुकसान में रहे। सिर्फ एफएमसीजी कंपनियों के शेयरों में बढ़त रही।

ब्रोकरों ने कहा कि नवंबर माह में व्यापार घाटा 19.28 अरब डॉलर रहा है, जिससे चालू खाते के घाटे को लेकर चिंता बढ़ी है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा निवेश इसी सप्ताह आने वाले औद्योगिक उत्पादन और महंगाई के आंकड़ों की वजह से सतर्क हैं। इन्वेंचर ग्रोथ एंड सिक्योरिटीज के अनुसंधान प्रमुख मिलन बाविशी ने कहा, निफ्टी के 6,000 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पास बिकवाली का दबाव काफी बढ़ गया और यह नुकसानदायक रहा। अमेरिकी फेड नीति की बैठक से पहले वैश्विक स्तर पर शेयर बाजारों में मिलाजुला रुख था। एशियाई बाजार भी मिलेजुले रुख के साथ बंद हुए।

घरेलू मोर्चे पर सेंसेक्स के 30 में से 21 कंपनियों के शेयरों में नुकसान रहा। बैंकिंग कंपनियों के शेयरों में शुरुआत में तेजी आई, लेकिन यह टिक नहीं पाई। सेंसेक्स की कंपनियों में भेल के शेयर में 2.59 फीसदी का नुकसान रहा। हिंडाल्को में 2.40 प्रतिशत, एनटीपीसी में 1.66 प्रतिशत, कोल इंडिया में 1.55 प्रतिशत, टाटा पावर में 1.51 प्रतिशत, टीसीएस में 1.28 प्रतिशत, एचडीएफसी में 1.27 प्रतिशत और भारती एयरटेल में 1.16 प्रतिशत की गिरावट आई। मारुति सुजुकी, टाटा स्टील, ओएनजीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा मोटर्स और एसबीआई के शेयर 0.7 से 1.1 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, December 11, 2012, 19:05

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