Last Updated: Monday, May 13, 2013, 18:29

मुंबई :देश के शेयर बाजार में आज कोहराम मचा था। अप्रैल में व्यापार घाटा बढ़ने की रपट के बीच स्थानीय शेयर बाजारों में बिकवाली के भारी दबाव से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 431 अंक लुढ़क कर एक सप्ताह के निम्नतम स्तर पर आ गया। सेंसेक्स में यह 14 माह की सबसे बड़ी गिरावट है जिसमें निवेशकों की बाजार हैसियत एक लाख करोड़ रुपये नीचे आ गयी है। खुदरा मुद्रास्फीति के 9.4 फीसद पर आने के आंकड़ों को निवेशकों ने नजरअंदाज किया और उनकी निगाह मुख्य रूप से व्यापार घाटे पर रही जो अप्रैल में बढ़कर 17.8 अरब डालर पर पहुंच गया है।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 430.65 अंक या 2.14 फीसद के नुकसान से 19,691.67 अंक पर आ गया। यह शेयर बाजार में 27 फरवरी, 2012 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है। इससे पिछले सत्र में सेंसेक्स तीन माह से अधिक की उंचाई पर पहुंचा था।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 126.80 अंक या 2.08 फीसद के नुकसान से 5,980.45 अंक पर आ गया। एमसीएक्स-एसएक्स का एसएक्स40 भी 228.64 अंक या 1.92 प्रतिशत के नुकसान से 11,662.34 अंक रह गया। लगभग सभी वर्ग के शेयरों में बिकवाली का दौर चला। सभी 13 वर्गों के सूचकांक 0.94 से 3.17 फीसद के नुकसान में रहे। एफएमसीजी, पूंजीगत सामान, धातु तथा वाहन कंपनियों के शेयरों में सबसे अधिक नुकसान देखने को मिला।
सेंसेक्स के सभी 30 शेयर मामूली से बड़ी गिरावट के साथ बंद हुए। आईटीसी के शेयर में सबसे ज्यादा 5 फीसद की गिरावट आई। एलएंडटी, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा मोटर्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में भी अच्छा खासा नुकसान दर्ज हुआ। भारती एयरटेल और टाटा स्टील दोनों के शेयरों में 4 प्रतिशत की गिरावट आई।
मोतीलाल ओसवाल सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष इक्विटीज गौतम सिन्हा राय ने कहा, ‘‘व्यापार घाटे के आंकड़ों से चालू खाते के घाटे (सीएडी) को लेकर चिंता बढ़ी है। रुपया भी कमजोर होकर 55 प्रति डालर पर आ गया है जिससे भी धारणा प्रभावित हुई। दो मंत्रियों के इस्तीफे के बाद राजनीतिक स्थिति भी संवेदनशील है। हाल के समय में शेयरों में तेजी आई थी इसलिए कुछ गिरावट की गुंजाइश बनी हुई थी।’’ शेयर बाजार में कुल 1,542 शेयर नुकसान और 808 लाभ में रहे। बंबई शेयर बाजार का बाजार पूंजीकरण एक लाख करोड़ रुपये से अधिक घटकर 67.03 लाख करोड़ रुपये रह गया।
एशियाई बाजारों में मिलाजुला रुख रहा जबकि यूरोपीय बाजार शुरुआती कारोबार में गिरावट में कारोबार कर रहे थे। चीन, हांगकांग, सिंगापुर तथा ताइवान के बाजार नुकसान में रहे जबकि जापान और कोस्पी में तेजी दर्ज हुई।
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा स्टील का शेयर 4.22 फीसद लुढ़का। भारती एयरटेल (4.14 प्रतिशत), टाटा मोटर्स (3.27 प्रतिशत), एलएंडटी (2.96 प्रतिशत), गेल इंडिया (2.94 प्रतिशत), भेल (2.86 प्रतिशत), टीसीएस (2.42 प्रतिशत), ओएनजीसी (2.30 प्रतिशत), कोल इंडिया (2.17 प्रतिशत), जिंदल स्टील (1.90 प्रतिशत), सिप्ला (1.74 प्रतिशत), विप्रो (1.71 प्रतिशत) और हीरो मोटोकार्प (1.69 प्रतिशत) भी अच्छे खासे नुकसान के साथ बंद हुए।
बोनान्जा पोर्टफोलियो की शोध विश्लेषक निधि सारस्वत ने कहा, ‘‘पिछले चार सप्ताह तक चले लिवाली के दौर के बाद निवेशक अब उच्च स्तर पर खरीदारी के मूड में नहीं थे। कई शेयर अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गए थे। ऐसे में निवेशकों ने मुनाफा काटा।’’ (एजेंसी)
First Published: Monday, May 13, 2013, 17:13