सेंसेक्स, निफ्टी 2 फीसदी तो रियल्टी सेक्टर 5 फीसदी लुढ़के

सेंसेक्स, निफ्टी 2 फीसदी तो रियल्टी सेक्टर 5 फीसदी लुढ़के

सेंसेक्स, निफ्टी 2 फीसदी तो रियल्टी सेक्टर 5 फीसदी लुढ़केमुंबई : देश के शेयर बाजारों में गत सप्ताह गिरावट रही। प्रमुख सूचकांकों सेंसेक्स और निफ्टी में दो फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गई, जबकि रियल्टी सेक्टर पांच फीसदी से अधिक लुढ़का।

बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स गत सप्ताह 2.10 फीसदी या 403.69 अंकों की गिरावट के साथ शुक्रवार को 18,774.24 पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 2.40 फीसदी या 140.75 अंकों की गिरावट के साथ 5,667.65 पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के 30 शेयरों में गत सप्ताह आठ शेयरों में तेजी रही। बजाज ऑटो (3.35 फीसदी), विप्रो (3.32 फीसदी), मारुति सुजुकी (2.63 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (1.41 फीसदी) और भारती एयरटेल (1.19 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। इसी अवधि में गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे जिंदल स्टील (15.74 फीसदी), हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (9.74 फीसदी), एनटीपीसी (5.64 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (5.28 फीसदी) और एचडीएफसी बैंक (4.45 फीसदी)।

गत सप्ताह बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट रही। मिडकैप 2.32 फीसदी या 143.38 अंकों की गिरावट के साथ 6,037.60 पर और स्मॉलकैप 0.96 फीसदी या 55.15 अंकों की गिरावट के साथ 5,717.30 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 सेक्टरों में से गत सप्ताह दो सेक्टरों सूचना प्रौद्योगिकी (0.30 फीसदी) और प्रौद्योगिकी (0.89
फीसदी) में तेजी रही। गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे रियल्टी (5.72 फीसदी), बैंकिंग (4.83 फीसदी), धातु (4.22 फीसदी), सार्वजनिक कम्पनियां (3.86 फीसदी) और बिजली (3.78 फीसदी)।

गत सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक सोना का आयात अधिक रहने के कारण मई महीने में व्यापार घाटा बढ़कर 20.14 अरब डॉलर रहा। आलोच्य अवधि में निर्यात 1.11 फीसदी कम 24.50 अरब डॉलर रहा, जबकि आयात 6.99 फीसदी बढ़कर 44.64 अरब डॉलर रहा।

सोमवार को ही भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए मौद्रिक नीति की मध्य-तिमाही समीक्षा के दौरान प्रमुख नीतिगत दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया। बैंक ने रुपये के मूल्य में गिरावट और डीजल जैसे सरकारी नियंत्रण वाले मूल्यों में वृद्धि के कारण महंगाई बढ़ने की चेतावनी दी। बैंक ने रेपो दर में कोई बदलाव नहीं किया और इसे 7.25 फीसदी पर बरकरार रखा। इसके मुताबिक रिवर्स रेपो दर को 6.25 फीसदी कर दिया गया। बैंक ने नकद आरक्षी अनुपात (सीआरआर) को भी चार फीसदी पर ज्यों-का-त्यों छोड़ दिया।

सोमवार को ही भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने राष्ट्रीय रोमिंग कॉल और एसएमएस दर की ऊपरी सीमा घटा दी है, जो अगले महीने से लागू होगी। ट्राई ने कहा कि समान तिथि से वह कम्पनियों को एक तय दर पर राष्ट्रीय मोबाइल रोमिंग की सेवा देने की सुविधा देगा।

2007 में राष्ट्रीय रोमिंग पर आउटगोइंग कॉल की ऊपरी सीमा स्थानीय के लिए 1.40 रुपये प्रति मिनट और एसटीडी कॉल की ऊपरी सीमा 2.40 रुपये प्रति मिनट थी। इसे घटाकर अब क्रमश: एक रुपये तथा 1.50 रुपय प्रति मिनट कर दिया गया है। राष्ट्रीय रोमिंग पर इनकमिंग कॉल दर की ऊपरी सीमा 1.75 रुपये प्रति मिनट से घटाकर 0.75 रुपये प्रति
मिनट कर दी गई है। राष्ट्रीय रोमिंग पर आउटगोइंग एसएमएस शुल्क की ऊपरी सीमा अब स्थानीय के लिए एक रुपये प्रति एसएमएस तथा एसटीडी के लिए 1.50 रुपये प्रति एसएमएस कर दी गई है। इस सीमा के नीचे कम्पनियों के बीच प्रतियोगी दर की उम्मीद की गई है और रोमिंग शुल्क के लिए विशेष शुल्क वाउचर तथा कॉम्बो वाउचर की भी गुंजाइश रखी गई है।

वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम ने सोमवार को कहा कि सरकार उन क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा हटाएगी, जहां इनसे कोई उद्देश्य पूरा नहीं हो रहा है। संसदीय सलाहकार समिति की एक बैठक में चिदम्बरम ने कहा, `सरकार एफडीआई सीमा पर इस मायने में विचार कर रही है कि क्या इससे कोई उद्देश्य पूरा हो रहा है।` वित्त मंत्री ने कहा, `अन्यथा सीमा में संशोधन हो सकता है।`

देश की मुद्रा रुपये ने गुरुवार को फिर डॉलर के मुकाबले एक नया ऐतिहासिक निचला स्तर प्रति डॉलर 59.93 रुपये को छू लिया। अमेरिका के फेडरल रिजर्व द्वारा मौद्रिक राहत योजना को समाप्त करने का संकेत दिए जाने के बाद डॉलर में फिर से मजबूती आने की सम्भावना के बाद रुपये में यह गिरावट देखी गई।

फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष बेन बर्नाके ने यह संकेत दिया कि इस साल के आखिर तक मौद्रिक राहत योजना की धीरे-धीरे समाप्ति शुरू की जाएगी। फेड के इस कदम से अन्य प्रतिस्पर्धी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में मजबूती आएगी। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को यहां आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की हुई बैठक में खनन कम्पनी नैवेली लिग्नाइट कॉरपोरेशन में अतिरिक्त पांच फीसदी हिस्सेदारी के विनिवेश को मंजूरी दे दी गई। (एजेंसी)

First Published: Saturday, June 22, 2013, 10:42

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