सेवाओं को सुधारने की दिशा में काम कर रहा इरडा

सेवाओं को सुधारने की दिशा में काम कर रहा इरडा

नई दिल्ली : भारतीय बीमा विकास प्राधिकरण (इरडा) स्वास्थ्य बीमा सेवाओं को सुधारने के लिए एक केंद्रीयकृत प्रणाली पर काम कर रहा है। इसके तहत स्वास्थ्य बीमा के आंकड़े जुटाए जाएंगे जिससे सेवाओं में सुधार के साथ अस्पतालों द्वारा मेडिक्लेम लाभ के दुरुपयोग को रोका जा सकेगा।

मामले से जुड़े सूत्र ने कहा, इरडा एक ऐसी प्रणाली पर काम कर रहा है जिसके तहत स्वास्थ्य बीमा प्रणाली के आंकड़े जुटाए जाएंगे। और साथ ही समूची मेडिकल प्रक्रिया तथा बिल संबंधी दावों में सुधार हो सकेगा।

सूत्र ने कहा कि इस प्रणाली का मकसद स्वास्थ्य बीमा सेवाओं में सुधार और साथ ही अस्पतालों द्वारा ज्यादा बिलिंग की प्रवृत्ति को रोकना है।

सूत्रों ने कहा कि दीर्घावधि में इससे वैश्विक मानकों के अनुरूप संहिता का विकास किया जा सकेगा। साथ ही स्वास्थ्य बीमा की लागत घटेगी और इसकी पहुंच बढ़ेगी। दावे के ऊंचे अनुपात की वजह से स्वास्थ्य बीमा क्षेत्र को काफी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। जून, 2012 तक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के लिए प्रीमियम की तुलना में लागत का अनुपात 140 प्रतिशत रहा है।

बीमा कंपनियों के पास ऐसे अस्पतालों का नेटवर्क होता है जिन्हें पीपीएन कहा जाता है। ये पीपीएन नकदी रहित सुविधा के तहत स्वास्थ्य बीमा सेवाएं उपलब्ध कराती हैं। इन अस्पतालों के नेटवर्क का फैसला तीसरे पक्ष प्रशासक (टीपीए) के जरिए होता है। समय-समय पर इस सूची में संशोधन किया जाता है। (एजेंसी)

First Published: Sunday, October 7, 2012, 15:09

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