Last Updated: Monday, January 30, 2012, 15:54
ज़ी न्यूज ब्यूरो
मुंबई : सरकार ने भारतीय स्टेट बैंक में प्रेफरेंस शेयर के बदले 7,900 करोड़ रुपये की पूंजी लगाने तैयार हो गई है जिससे बैंक को आने वाले समय में ऋण कारोबार का विस्तार करने में मदद मिलेगी।
बंबई शेयर बाजार को आज दी गई सूचना में देश के इस सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक ने कहा है कि इस पूंजी के जरिए स्टेट बैंक का चुकता शेयर पूंजी आधार विस्तृत होगा। बैंक सरकार को प्रेफरेंस शेयर आवंटित करेगा। इसमें उसे प्रीमियम सहित कुल 7,900 करोड़ रुपये की पूंजी मिलेगी।
केंद्र सरकार ने इस संबंध में आज ही अपनी मंजूरी भेजी है। सरकार की तरफ से यह पूंजी मिलने के बाद बैंक में सरकार की भागीदारी बढ़कर 65 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी। वर्तमान में बैंक में सरकार की हिस्सेदारी 59.4 प्रतिशत तक है। सरकार की तरफ से इस पूंजी के मिलने के बाद बैंक की टीयर एक पूंजी उसकी कुल जोखिम पूंजी का आठ प्रतिशत हो जाएगी। सितंबर 2011 में बैंक की पूंजी पर्याप्तता 11.4 प्रतिशत रही थी, जिसमें टीयर एक पूंजी 7.47 प्रतिशत पर थी, जबकि सरकार के तय नियमों के अनुसार यह कम से कम आठ प्रतिशत पर होनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि इस महीने के शुरू में स्टेट बैंक के चेयरमैन प्रतीप चौधरी ने कहा था कि सरकार ने 31 मार्च तक बैंक में 6,000 से 8,000 करोड़ रुपये की पूंजी डालने को मंजूरी दी है।
स्टेट बैंक ने पिछले साल ही सरकार को एक प्रस्ताव सौंपा था जिसमें राइट् इश्यू के जरिये 20,000 करोड़ रुपये जुटाने का प्रस्ताव किया गया था। इससे पहले स्टेट बैंक ने वर्ष 2008 में राइट् इश्यू के जरिए 16,000 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाई थी।
वहीं, सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक में 1,285 करोड़ रुपये की पूंजी डालेगी। बैंक ने इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। बैंक ने बीएसई को सूचित किया है कि उसके निदेशक मंडल की आज हुई बैठक में भारत सरकार को तरजीही आधार पर शेयरों के आवंटन को मंजूरी दी गई। दस रुपये अंकित मूल्य वाले इन शेयरों की कुल कीमत 1,285 करोड़ रुपये होगी। सरकार के इस कदम के बाद बैंक में उसकी हिस्सेदारी बढ़ जाएगी।
First Published: Tuesday, January 31, 2012, 11:59