Last Updated: Sunday, March 4, 2012, 14:31
नयी दिल्ली : भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) के चेयरमैन अशोक चावला ने रविवार को कहा कि स्पेक्ट्रम जैसे दुर्लभ संसाधन की नीलामी क्यों नहीं की जानी चाहिए, इसका कोई तार्किक कारण नहीं है। चावला प्राकृतिक संसाधनों के आबंटन पर गठित एक उच्चस्तरीय समिति के भी अध्यक्ष हैं।
चावला ने कहा, जब इसकी जबर्दस्त मांग है और संसाधन मसलन स्पेक्ट्रम की कमी है तो इसका कोई तार्किक कारण नहीं है कि इसकी नीलामी क्यों नहीं की जानी चाहिए। हालांकि, उन्होंने कहा, सभी चीजों (अन्य सभी प्राकृतिक संसाधनों) के लिए नीलामी रामबाण नहीं हो सकती और इस संबंध में कुछ विचार विमर्श करना होगा। चावला की अध्यक्षता वाली समिति ने प्राकृतिक संसाधनों के आबंटन पर अपनी रिपोर्ट पिछले साल मई में सरकार को सौंप दी।
जहां उन्होंने स्पेक्ट्रम के लिए राजस्व अर्जित करने के संबंध में नीलामी के रास्ते का समर्थन किया, वहीं अन्य प्राकृतिक संसाधनों पर उनके विचार सरकार द्वारा उच्चतम न्यायालय में दाखिल पुनरीक्षा याचिका में दिए गए तर्क के मुताबिक है।
चावला ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में संसाधनों के लिए नीलामी का रास्ता नहीं अपनाया जा सकता, क्योंकि इसमें एक महत्वपूर्ण सामाजिक उद्देश्य समाहित है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, March 4, 2012, 20:01