Last Updated: Friday, December 14, 2012, 21:49

नई दिल्ली : सरकार को चालू वित्त वर्ष में दूसरे दौर की स्पेक्ट्रम नीलामी से 20,000 करोड़ रुपए का राजस्व मिलने की उम्मीद है।
दूरसंचार सचिव आर चंद्रशेखर ने शुक्रवार को यहां कहा कि इस आधार मूल्य पर हम 1800 मेगाहट्र्ज और 900 मेगाहट्र्ज में पूरे स्पेक्ट्रम के लिए करीब 20,000 करोड़ रुपए मिलने की उम्मीद कर रहे हैं। चंद्रशेशर ने फिक्की द्वारा आयोजित इंडिया टेलीकाम 2012 के मौके पर संवाददाताओं से कहा कि इस नीलामी के लिए भी उसी नीलामी करने वाली कंपनी का सहयोग लिया जाएगा, जिसने पहले दौर की नीलामी कराई थी। नीलामी इस वित्त वर्ष के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गुरुवार को चार क्षेत्रों दिल्ली, मुंबई, कर्नाटक और राजस्थान में स्पेक्ट्रम के लिए आरक्षित मूल्य में 30 फीसद कटौती को मंजूरी दी थी। पिछले महीने हुई नीलामी में दिल्ली में प्रति ब्लॉक के लिए आरक्षित मूल्य 693.06 करोड़ रुपए था, जबकि मुंबई, कर्नाटक और राजस्थान के लिए यह क्रमश: 678.45 करोड़ रुपये, 330.12 करोड़ रुपए और 67.08 करोड़ रुपए था।
मंत्रिमंडल ने दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में 900 मेगाहट्र्ज स्पेक्ट्रम की नीलामी चार सर्कलों में 1800 मेगाहट्र्ज बैंड में स्पेक्ट्रम नीलामी साथ-साथ करने की अनुमति दी है। 1800 मेगाहट्र्ज की तुलना में 900 मेगाहट्र्ज में आधार मूल्य दोगुना होगा।
चंद्रशेखर ने कहा कि दिल्ली और मुंबई में 900 मेगाहट्र्ज का आरक्षित मूल्य 1800 मेगाहट्र्ज की तुलना में दोगुना होगा, लेकिन कोलकाता में यह नीलामी से खोजे गए मूल्य का दोगुना होगा। (एजेंसी)
First Published: Friday, December 14, 2012, 21:49