Last Updated: Thursday, January 17, 2013, 13:21

नई दिल्ली: नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) तथा अमेरिकी संघीय नियामक एफएए से हरी झंडी मिलने के बाद ही उड़ाने की अनुमति दी जाएगी।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि निश्चित रूप से हम एफएए तथा अपने डीजीसीए की हरी झंडी मिलने तक ड्रीमलाइनर को नहीं उड़ाएंगे। मंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जबकि एयर इंडिया ने अपने बेड़े में शामिल छह ड्रीमलाइनर विमानों की उड़ान रोकने की घोषणा की है।
एयर इंडिया ने गुरुवार को अपने सभी छह बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों की उड़ान रोक दी है। एयर इंडिया ने यह कदम अमेरिकी नियामक संघीय विमानन प्रशासन (एफएए) के निर्देश को उठाया है। एफएए ने अनने निर्देशों में अब तक विभिन्न कंपनियों को बिके सभी 50 ड्रीमलाइनरों की उड़ान सुरक्षा कारणों के चलते रोकने को कहा था। जिन देशों की कंपनियों ने अब ड्रीमलाइनर खरीदे हैं उनके विमानन नियामकों को इनका तत्काल पालन करना था।
विमान में परेशानी की गंभीरता के बारे में सिंह ने कहा कि इसमें कितना समय लगेगा इसके बारे में हमें कुछ ही दिनों में पता चलेगा लेकिन साल भर से लगभग 50 ड्रीमलाइनर उड़ान भर रहे हैं। उम्मीद है कि वे कुछ समाधान निकाल लेंगे। मंत्री ने कहा कि उन्होंने एफएए से बात की थी और अमेरिकी नियामक का कहना था कि वह सभी विमानों की जांच करेगा और इस बैटरी दिक्कत के कारण पूरी प्रणाली की जांच की जाएगी। (एजेंसी)
First Published: Thursday, January 17, 2013, 13:21