हिंदुजा समूह भारत में खाड़ी निवेशकों को करेगा शामिल

हिंदुजा समूह भारत में खाड़ी निवेशकों को करेगा शामिल

दुबई : ब्रिटेन स्थित विविध कारोबार वाले हिंदुजा समूह ने भारत में बिजली और दूसरी ढांचागत परियोजनाओं में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के सरकारी कोष सहित खाड़ी क्षेत्र के निवेशकों को शामिल करने की योजना बनाई है।

हिंदुजा कंपनी समूह के सह-अध्यक्ष गोपीचंद पी. हिंदुजा ने कहा ‘‘हम चाहते हैं कि सरकारी संपत्ति कोष सहित खाड़ी क्षेत्र के प्रमुख निवेशक हमारे साथ बड़ी परियोजनाओं में निवेश करें, जहां निवेश पर अच्छी आय होगी।’’ प्रवासी भारतीय उद्योगपति हिंदुजा ने गल्फ न्यूज से कहा ‘‘भारत में विकास की बेहतर संभावनायें हैं और हम इसमें बड़े पैमाने पर भागीदारी करना चाहते हैं। भारत में अगले कुछ वषोर्ं में ढांचागत क्षेत्र की परियोजनाओं में 1,000 अरब डालर के निवेश की योजना बनाई गई है।’’ समाचार पत्र की रिपोर्ट के अनुसार हिंदुजा समूह यूएई के सरकारी संपत्ति कोष के साथ भागीदारी के लिये बातचीत कर रहा है। समूह की अपने बिजली और केबल टीवी नेटवर्क कारोबार में हिस्सेदारी बेचने की योजना है। उसने इसके साथ ही संयुक्त अरब अमीरात में अपने 10 करोड़ डालर के निवेश को भी दोगुना करने की योजना बनाई है।

रिपार्ट में हिंदुजा के हवाले से कहा गया है ‘‘हमारी भारत में 10,000 मेगावाट क्षमता की बिजली परियोजना लगाने की योजना है जिसमें हम खाड़ी क्षेत्र के सरकारी संपत्ति कोष के साथ भागीदारी के लिये तैयार है, विशेषतौर पर यूएई के कोष के साथ भागीदारी करना चाहते हैं।’’

हिंदुजा समूह भारत में आंध्र प्रदेश में 1.65 अरब डालर की लागत से 1,040 मेगावाट की पहली विद्युत परियोजना ‘हिंदुजा नेशनल पॉवर प्लांट’ लगा रहा है। हिंदुजा ने आगे कहा कि वह समूह अपने बिजली और केबल टीवी कारोबार में कुछ इक्विटी यूएई के सरकारी संपत्ति कोष को देने को तैयार है, हालांकि उन्होंने इस संबंध में आगे कोई ब्यौरा नहीं दिया।

हिंदुजा समूह की भारत में वाहन क्षेत्र में भी बड़े स्तर पर मौजूदगी है। यह कंपनी व्यावसायिक वाहन बनाती है। हिंदुजा समूह का सालाना कारोबार 25 अरब डालर से अधिक का है। समूह का कारोबार दुनिया के 35 देशों में फैला है। समूह की तेल और गैस, बिजली, वाहन, व्यापार, अवसंरचना, बैंकिग और वित्तीय सेवाओं, रीएल एस्टेट, स्वास्थ्य देखभाल, मीडिया और सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में उपस्थित है।

हिंदुजा समूह ने 1984 में गल्फ ऑयल का अधिग्रहण किया था और उसके बाद 1987 में अशोक लेलैंड को कंपनी ने खरीद लिया। अशोक लेलैंड अब 2 अरब डालर की कंपनी है जिसका सालाना क्षमता डेढ लाख वाहन की है। (एजेंसी)

First Published: Saturday, April 13, 2013, 19:02

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