Last Updated: Friday, March 22, 2013, 12:31

नई दिल्ली : अंजिक्य रहाणे को नवंबर 2011 में जब वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के लिये टेस्ट टीम में चुना गया तो उन्हें जल्द ही टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण की उम्मीद रही होगी लेकिन मुंबई के इस बल्लेबाज का इंतजार सोलह महीने और सोलह मैच के बाद फिरोजशाह कोटला पर समाप्त हुआ है। भारतीय चयनकर्ताओं ने पिछले 16 महीने से रहाणे को हमेशा टीम में रखा लेकिन उन्हें अंतिम एकादश में जगह नहीं मिली। वह टीम के साथ महज पर्यटक बने रहे और इस बीच उन्होंने केवल मैदान तक पानी ले जाने की ही भूमिका निभायी। बहरहाल रहाणे आज भारत की तरफ से टेस्ट खेलने वाले 278वें खिलाड़ी बन गये।
पिछले छह साल में वह मुंबई के पहले खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया। इससे पहले टेस्ट टीम में पदार्पण करने वाले मुंबई के आखिरी खिलाड़ी रमेश पोवार थे जिन्होंने 2007 में अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। यह तथ्य इसलिए महत्वपूर्ण है कि कभी भारतीय क्रिकेट में मुंबई का दबदबा रहता था। रहाणे ने कल जिस तरह से नेट्स पर कड़ा अभ्यास किया था, उससे लग रहा था कि टीम प्रबंधन उनका लंबा इंतजार यहां खत्म कर देगा। शिखर धवन के चोटिल होने के कारण जगह भी खाली थी लेकिन मुंबई की तरफ से पारी का आगाज कर चुके रहाणे संभवत: मध्यक्रम में बल्लेबाजी करेंगे। रहाणे ने अपना पिछला मैच ईरानी ट्राफी के रूप में मुंबई की तरफ शेष भारत के खिलाफ खेला था। इस मैच में उन्होंने 83 और 25 रन बनाये थे। उन्होंने अब तक 60 प्रथम श्रेणी मैचों में 62 . 04 की शानदार औसत से 5460 रन बनाये हैं जिसमें दो शतक शामिल हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 22, 2013, 12:31