Last Updated: Friday, November 9, 2012, 00:24
ज़ी न्यूज ब्यूरोनई दिल्ली : आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय द्वारा राहत मिलने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन ने कहा कि वह क्रिकेट से दोबारा जुड़ना चाहते हैं और इस मामले में वह बीसीसीआई के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं करेंगे।
आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट ने गुरुवार को अजहरुद्दीन पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की ओर से लगाया गया आजीवन प्रतिबंध हटा दिया। बीसीसीआई ने 12 वर्ष पूर्व अजहरुद्दीन पर आजीवन प्रतिबंध लगाया था। हाईकोर्ट की खंडपीठ ने निचली अदालत के निर्णय को खारिज करते हुए अजहरुद्दीन पर लगा आजीवन प्रतिबंध हटा दिया।
अदालत की ओर से आजीवन प्रतिबंध हटाए जाने पर अजहरुद्दीन ने कहा कि वह काफी राहत महसूस कर रहे हैं। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि यदि उन्हें कोच की तरफ से क्रिकेट से जुड़ने का ऑफर मिलता है तो वह इस पर विचार कर सकते हैं।
अजहरुद्दीन ने कहा कि 12 वर्ष पूर्व जो कुछ हुआ वह सही नहीं था। उन्होंने इस प्रकरण पर अफसोस जताते हुए कहा कि वह इस मामले में किसी पर कानूनी कार्रवाई नहीं करेंगे।
ज्ञात हो कि मैच फिक्सिंग का दोषी पाए जाने के बाद बीसीसीआई ने पांच दिसम्बर, 2000 को अजहरूद्दीन के क्रिकेट खेलने पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया।
हैदराबाद के अजहरुद्दीन ने बीसीसीआई के फैसले को स्थानीय अदालत में चुनौती दी थी लेकिन अदालत ने प्रतिबंध बरकरार रखा। इसके बाद अजहरुद्दीन ने निचली अदालत के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी।
अजहरूद्दीन के वकील ने हाईकोर्ट में कहा था कि बीसीसीआई ने बगैर किसी साक्ष्य के अजहरूद्दीन पर आजीवन प्रतिबंध लगाया था।
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से सांसद अजहरुद्दीन भारत के सबसे सफलत टेस्ट कप्तानों में से एक हैं। उन्होंने 99 टेस्ट मैचों में 6,215 रन बनाए हैं। इसके अलावा 334 एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैचों में अजहरुद्दीन के नाम 9,378 रन दर्ज है।
First Published: Thursday, November 8, 2012, 16:21