Last Updated: Thursday, June 6, 2013, 10:58
ज़ी मीडिया ब्यूरो
कार्डिफ : आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय क्रिकेट टीम गुरुवार को अपना पहला मैच खेलेगी। पहले मुकाबले में भारत का सामना दक्षिण अफ्रीका से होगा।
धोनी ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चैम्पियंस ट्राफी के उद्घाटन मैच की पूर्व संध्या पर पत्रकारों से कहा कि मुझे लगता है कि अधिकतर टीमें अपने रवैये में बदलाव करेंगी। वे पहले दस ओवरों में अपने विकेट बचाए रखने को तरजीह देंगे क्योंकि नई गेंद से गेंदबाजों को मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा कि नए नियमों के लागू होने के बाद दो नई गेंदों का उपयोग किया जाएगा और इसके अलावा 30 गज के घेरे के अंदर एक क्षेत्ररक्षक कम रहेगा जिसका मतलब है कि यदि आपके हाथ में विकेट बचे हैं तो आप वास्तव में परिस्थितियों का फायदा उठाकर अधिक रन बना सकते हो।
गौर हो कि भारत ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में आज तक दक्षिण अफ्रीका को हर मैच में हराया है और इन दोनों टीमों के बीच आज होने वाले उदघाटन मैच में महेंद्र सिंह धोनी की टीम इस रिकॉर्ड को बरकरार रखने की कोशिश करेगी। दिलचस्प तथ्य यह है कि भारत और दक्षिण अफ्रीका आईसीसी रैंकिंग में चोटी की आठ टीमों के बीच खेले जा रहे इस टूर्नामेंट में पहली बार लीग चरण में आमने सामने होंगे। इससे पहले इन दोनों टीमों का सामना दो बार सेमीफाइनल में हुआ और दोनों अवसरों पर भारत को जीत मिली। इनमें से पहला मौका 2000 में नैरोबी में आया जबकि सौरव गांगुली की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने दूसरे सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 95 रन के बड़े अंतर से हराया था।
13 अक्टूबर 2000 को खेले गए इस मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए गांगुली की नाबाद 141 रन की कप्तानी पारी तथा राहुल द्रविड़ (59), युवराज सिंह (41) और सचिन तेंदुलकर (39) के उपयोगी योगदान से छह विकेट पर 295 रन बनाये। भारत ने इसके बाद दक्षिण अफ्रीका को 41 ओवर में 200 रन पर ढेर कर दिया था। उसकी तरफ से मार्क बाउचर ने सर्वाधिक 60 रन बनाये थे जबकि भारत की तरफ से जहीर खान, अनिल कुंबले और तेंदुलकर ने दो-दो विकेट लिए थे। भारत फाइनल में हालांकि न्यूजीलैंड से चार विकेट से हार गया था।
भारत ने फिर से पहले बल्लेबाजी की तथा नौ विकेट पर 261 रन बनाए। युवराज सिंह ने 62, वीरेंद्र सहवाग ने 59 और द्रविड़ ने 49 रन बनाए। इसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम हर्शल गिब्स के 116 और जाक कैलिस के 97 रन के बावजूद छह विकेट पर 251 रन ही बना पाई थी। सहवाग ने गेंदबाजी में भी कमाल दिखाया और 25 रन देकर तीन विकेट लिए।
हरभजन सिंह को दो विकेट मिले थे। संयोग से इन दोनों मैचों में खेलने वाले भारतीय खिलाड़ियों में से कोई भी वर्तमान टीम का हिस्सा नहीं है। सहवाग, युवराज, जहीर और हरभजन को टीम में नहीं चुना गया जबकि तेंदुलकर वनडे से संन्यास ले चुके हैं। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच कार्डिफ के सोफिया गार्डन्स स्टेडियम पर मैच खेला जाएगा। इस मैदान पर भारतीय टीम दूसरी बार खेलने के लिये उतरेगी। इससे पहले उसने 16 सितंबर 2011 को इंग्लैंड के खिलाफ यहां वनडे मैच खेला था जिसमें उसे छह विकेट से हार झेलनी पड़ी थी। दक्षिण अफ्रीका सोफिया गार्डन्स में तीन मैच खेल चुका है। उसने 2003 में एक मैच में जिम्बाब्वे को नौ विकेट से करारी शिकस्त दी थी जबकि इंग्लैंड के खिलाफ बाकी दो मैच बारिश के कारण पूरे नहीं हो पाए थे।
First Published: Thursday, June 6, 2013, 10:58