अनुशासन समिति ने कार्रवाई का मजाक उड़ाया: मोदी--Disciplinary committee has made mockery of proceedings: Modi

अनुशासन समिति ने कार्रवाई का मजाक उड़ाया: मोदी

अनुशासन समिति ने कार्रवाई का मजाक उड़ाया: मोदी नई दिल्ली : आईपीएल के पूर्व आयुक्त ललित मोदी ने उनके खिलाफ कथित अनियमितताओं की जांच कर रही तीन सदस्यीय समिति की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि पैनल ने कार्रवाई को मजाक बना दिया। मोदी और बीसीसीआई के वकीलों के बयान दर्ज करने के बाद समिति ने कहा कि वह मई के आखिर तक बीसीसीआई को अपनी सिफारिशें सौंप देगी। मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘इसमें जो जल्दबाजी दिखायी गयी उससे समिति ने कार्रवाई को मजाक बना दिया। मेरे वकील 12 मामलों में से प्रत्येक के लिये अलग अलग सत्र चाहते थे। ’’ उन्होंने आगे लिखा है, ‘‘उन्होंने इस जांच को शर्मनाक बना दिया। यह न्यायिक जांच का पूरी तरह से नया तरीका है।’’ मोदी का प्रतिनिधित्व कर रही कानूनी टीम ने समिति की ‘अनुचित जल्दबाजी’ पर आपत्ति जतायी थी जिसको लेकर मोदी बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा लगता है जैसे कि सब कुछ पूर्वनिर्धारित है। यह अनुचित जल्दबाजी क्या है। इतनी जल्दबाजी क्यों। वह किस बात से डर रहे हैं। शायद सच से। ’’ मोदी ने क्रिकेट बोर्ड पर भी अपनी खीझ निकाली। उन्होंने कहा, ‘‘यदि बीसीसीआई केवल दस्तावेजों के शीषर्क पढ़े तो इसमें पूरे दो दिन लगंेगे। तीन कारण बताओ नोटिस 150 पेज के, उस पर मेरा जवाब 15000 पेज का और सुनवाई के 2000 पेज। हैरानी है कि बीसीसीआई के वकीलों ने मेरे खिलाफ मामले में कल कैसे 40 मिनट में जिरह पूरी कर दी। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘गवाहों की जांच करने का मेरा आवेदन समिति ने स्वीकार नहीं किया। ’’ मोदी ने अनुशासन समिति में शामिल तीन सदस्यों में से एक अरूण जेटली को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने लिखा है, ‘‘जबकि अरूण जेटली के भेदभाव के खिलाफ अदालत में मामला लंबित है तब उन्होंने कार्रवाई समाप्त करने की यह अनुचित जल्दबाजी इसलिए दिखायी ताकि मुझे कानूनी मदद नहीं मिल पाये। ’’ उन्होंने कहा कि समिति उनका सामना करने से डरती है। मोदी ने कहा, ‘‘मैं समिति का सामना करने से नहीं डरता लेकिन ऐसा लगता है कि वे मेरा और मेरी कानूनी टीम का सामना करने से डरते हैं।’’ (एजेंसी)

First Published: Tuesday, April 30, 2013, 22:19

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